
आज राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट पेश की गई। इसके बाद, नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रिपोर्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे “फर्जी” और “अलोकतांत्रिक” करार दिया। खरगे ने कहा कि कई सदस्य इस रिपोर्ट से असहमत हैं और बाहर से सदस्यों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, जो असंसदीय प्रक्रिया है। उन्होंने रिपोर्ट को अस्वीकार करने का आग्रह करते हुए कहा कि इसे हर हाल में वापस किया जाना चाहिए।
सभापति ने तीन सांसदों को दी चेतावनी, सदन की कार्यवाही में व्यवधान की आलोचना
राज्यसभा में हंगामे और शोर-शराबे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने नाराजगी व्यक्त की और तीन सांसदों, समीरुल इस्लाम, नदीमुल हक और मोहम्मद अब्दुल्ला, का नाम लेकर उन्हें चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर सदन में व्यवस्था बहाल नहीं हुई तो उन्हें कड़े फैसले लेने पड़ेंगे। सदन में विरोध के बावजूद जेपीसी रिपोर्ट पेश की गई और इस पर हंगामा जारी रहा।
विपक्ष की आलोचना, सरकार ने निंदा की
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने विपक्ष के आचरण की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदेश को पढ़े जाने के दौरान सदन में अव्यवस्था खेदजनक है। विपक्षी सांसदों के गैर-जिम्मेदाराना रवैये पर सरकार ने गहरी नाराजगी व्यक्त की।
लोकसभा और राज्यसभा में विरोध प्रदर्शन जारी
संसद परिसर में कांग्रेस ने केरल के तटीय और वन सीमावर्ती समुदायों की सुरक्षा के मुद्दे पर प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य नेताओं ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। वहीं, लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने वक्फ संशोधन विधेयक पर असहमति जताते हुए स्पीकर से शिकायत की।
नया आयकर विधेयक पेश होगा
संसद के बजट सत्र के आखिरी कामकाजी दिन, लोकसभा में नया आयकर विधेयक 2025 पेश किया जाएगा। यह विधेयक 1961 के पुराने कानून की जगह लेगा और इसका उद्देश्य करदाताओं के लिए प्रक्रिया को सरल बनाना और मुकदमेबाजी के बोझ को कम करना है।
संघीय और संविधानिक मसलों पर बहस जारी
विरोध और असहमति के बावजूद, संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी रिपोर्ट पेश करने की प्रक्रिया जारी है। कई सांसदों ने इस रिपोर्ट में असहमति और विचारों की अनदेखी करने की आलोचना की है, और इसे संविधान के खिलाफ बताया है।
इससे प्रतीत होता है कि संसद में आगामी दिनों में और भी गहन बहस और असहमति देखने को मिल सकती है, खासकर वक्फ संशोधन विधेयक पर और विपक्षी दलों के विरोध पर।















