
गुवाहाटी : असम विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत का मुद्दा गरमाता रहा। इस विषय पर सभा स्थगन प्रस्ताव की मांग को लेकर मंगलवार को सदन में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी दलों ने सरकार पर जवाबदेही तय करने का दबाव बनाया और मामले पर विस्तृत चर्चा की मांग की।
सत्र शुरू होने से पहले विधायक अखिल गोगोई विशेष पोशाक और हाथ में पोस्टर लेकर विधानसभा पहुंचे तथा प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराया। उन्होंने जुबिन के मशहूर गीत “पॉलिटिक्स नकरिबा बंधु” का उल्लेख करते हुए दावा किया कि यह गीत पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा को ध्यान में रखकर लिखा गया था।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि यह गीत वास्तव में अखिल गोगोई को ध्यान में रखकर ही लिखा गया था।
इसी बीच, कांग्रेस विधायिका नंदिता दास ने गुवाहाटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का नाम जुबिन गर्ग के नाम पर रखने की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री सरमा ने स्पष्ट किया कि एयरपोर्ट का नाम पहले से ही गोपीनाथ बरदलै के नाम पर है, इसलिए नाम में परिवर्तन संभव नहीं है।
इससे पहले, नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया ने सभा स्थगन प्रस्ताव रखते हुए पूरे दिन की कार्यसूची रद्द करने और जुबिन गर्ग की मौत पर विशेष चर्चा की मांग की, जिसके बाद सदन में इस मुद्दे पर चर्चा शुरू की गई। सैकिया ने कहा कि सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि जुबिन को न्याय मिले।
विधायक मनोरंजन तालुकदार ने भी बहस में हिस्सा लिया और अपील की कि जुबिन गर्ग के धर्म को राजनीतिक रंग न दिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल इस मुद्दे को धर्म के आधार पर मोड़ने की कोशिश कर रहा है।













