उत्तरकाशी। जनपद में जल संरक्षण व संवर्धन हेतु डुंड, भटवाड़ी, चिन्यालीसौड, नौगांव, पुरोला तथा मोरी ब्लाकों में सरोवरों, तालाबों व जलाशयों के पुनरोद्धार को लेकर संबंधित विभागीय अधिकारियों की मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने आवश्यक बैठक ली। जल संचय के अंतर्गत जल स्रोतों के संवर्धन को लेकर मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे जलाशय जो गतिशील अवस्था में नहीं है, उनके पुनरोद्धार को लेकर कार्यों को संपादित करने के लिए आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं।
उन्होंने मिशन मोड पर जल संरक्षण व संवर्धन के कार्यों की कवायद को तेजी से बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए कि कार्यों को उच्च प्राथमिकता प्रदान करते हुए चिन्हित कार्यों की प्रगति का डाटा सही रूप से अपलोड कर लिया जाए। ऐसे कार्यों को भी सम्मिलित कर लिया जाए, जिससे पर्यटन तथा मत्स्य पालन के क्षेत्र में लोगों को आय सृजन के अवसर प्राप्त हों। जल संचय व जल संरक्षण की परिकल्पना को साकार करते हुये जनपद के समस्त ब्लाकों में 1 से 7 जून तक जल उत्सव कार्यक्रम का विशेष आयोजन प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि आजीविका संवर्धन में भी जल संरक्षण का महत्वपूर्ण योगदान है। अतः आजीविका के तहत किए जाने वाले कार्यों में तालाबों से जल संचय के अंतर्गत कृषि व बागवानी के क्षेत्र में कृषकों की आजीविका जहां सुदृढ़ होगी, वहीं आय सृजन के भी बहुयामी परिणाम प्रदर्शित होंगे। बैठक में जलागम, जलनिगम, सिंचाई, कृषि, जल संस्थान, स्वजल आदि रेखीय विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने आपसी समन्वय के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक पुष्पेंद्र सिंह चौहान, जिला विकास अधिकारी रमेश चंद्र, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, भूमि संरक्षण अधिकारी सचिन कुमार आदि वर्चुअली जुड़े रहे।