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यूपी विधानसभा : आज मंगलवार को उत्तर प्रदेश के विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन विभिन्न विभागों की सीएजी रिपोर्ट को लोक लेखा समिति के सभापति ने सदन में पेश किया। जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग की साधारण और सोशल सेक्टर रिपोर्ट पेश की गई। पशुपालन और ग्राम्य विकास विभाग की ऑडिट रिपोर्ट भी सदन में रखी गई। इसके अलावा सदन में माता प्रसाद और शिक्षामित्रों को लेकर दिए गए समाजवादी पार्टी के विधाय के बयान पर चर्चा हो रही है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के विधायक ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने की कोई योजना नहीं है, लेकिन मंत्री के कर्मचारियों को 30 हजार रुपये मिल रहे हैं, जबकि वे केवल कुत्ता घुमा रहे हैं। इस बयान में विधायक ने शिक्षा मित्रों की कम वेतन पर चिंता जताई, जो अपनी कड़ी मेहनत के बावजूद उचित मानदेय से वंचित हैं। इस आरोप में मंत्री के कर्मचारियों के उच्च वेतन और शिक्षा मित्रों के निम्न मानदेय के बीच असंतुलन को लेकर सवाल उठाए गए।
समाजवादी पार्टी के विधायक समर पाल सिंह ने यूपी सरकार से मांग की कि दिल्ली जैसे स्कूलों की व्यवस्था यहां भी स्थापित की जाए। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है, वहीं उत्तर प्रदेश में भी ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। इस पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने उत्तर दिया कि यूपी में 13,050 सरकारी बेसिक स्कूल अंग्रेजी माध्यम से संचालित हो रहे हैं, और नई शिक्षा नीति के तहत अंग्रेजी केवल एक विषय के तौर पर पढ़ाई जाएगी।
शिक्षामित्रों के मानदेय को लेकर सवाल उठाते हुए सपा विधायक राकेश वर्मा ने शिक्षामित्रों की तुलना कुत्ते टहलाने वाले से की। इस पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि उन्हें इस टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए। मंत्री ने यह भी कहा कि वह शिक्षामित्रों को उनकी इच्छानुसार ट्रांसफर देने के लिए तैयार हैं, लेकिन फिलहाल मानदेय बढ़ाने की संभावना नहीं है।
समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने सवाल किया कि उत्तर प्रदेश के थानों में सीसीटीवी की कमी के कारण आरोपितों के उत्पीड़न और उनके खिलाफ हिंसा का साक्षी उपलब्ध नहीं होता। उन्होंने पोस्टमार्टम मामलों में खामियों पर भी चिंता जताई और पूछा कि सरकार इस पर क्या कदम उठा रही है। इसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में भारत में उत्तर प्रदेश का स्थान 14वां है।