
उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों से मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई थी। अवध और पूर्वांचल के कई जिलों में उमस भरी गर्मी और सूखा मौसम लोगों को परेशान कर रहा था। लेकिन अब राहत की खबर है। 29 जून से प्रदेश में एक बार फिर झमाझम बारिश दस्तक देगी।
उमस के बीच अब होगी राहत की बारिश
प्रदेश में बीते दो-तीन दिनों से तापमान में तेजी और हवा में नमी की मात्रा ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी थी। हालांकि, शुक्रवार को सोनभद्र, वाराणसी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, अंबेडकरनगर, ललितपुर, आगरा, मथुरा और मैनपुरी समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश ने थोड़ी राहत जरूर दी। लेकिन अब मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि यह राहत कुछ ही घंटों की नहीं, बल्कि एक नए दौर की शुरुआत है।
29 जून से तेज होगी वर्षा, बिजली गिरने का भी खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, 29 जून से मानसून एक बार फिर प्रदेश के दक्षिणी हिस्से – खासकर सोनभद्र से – सक्रिय होगा, और धीरे-धीरे पूरे उत्तर प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में तेजी आएगी।
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, मौसमी परिस्थितियां इस समय पूरी तरह मानसूनी बारिश के लिए अनुकूल हैं। उन्होंने बताया कि रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर और अंबेडकरनगर जैसे जिलों में आकाशीय बिजली गिरने का खतरा बना रहेगा।
इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग ने मुजफ्फरनगर, मेरठ, बरेली, पीलीभीत, झांसी, ललितपुर, शामली, बागपत, अमरोहा और जालौन समेत 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। साथ ही प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और आकाशीय बिजली की संभावना जताई गई है।
पूरे प्रदेश में मिले-जुले अनुभव
मानसून की दस्तक के बाद अब तक प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली है। कुछ जिलों में सिर्फ बादलों की आवाजाही और मामूली बूंदाबांदी हुई, जिससे लोगों को मायूसी और उमस दोनों का सामना करना पड़ा।
देश के अन्य हिस्सों में भी मानसून सक्रिय
जम्मू-कश्मीर:
चिनाब नदी उफान पर है। भारी बारिश के चलते नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ा है और बगलिहार जलविद्युत परियोजना में पानी भर गया है। डोडा, किश्तवाड़ और रामबन रेंज के डीआईजी श्रीधर पाटिल ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों और उफनती धाराओं के पास न जाएं।
राजस्थान:
मानसून ने राजस्थान में भी जोरदार दस्तक दी है। बांसवाड़ा के सज्जानगढ़ में 130 मिमी और जयपुर के बस्सी में 110 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है।