
उत्तर प्रदेश में आगामी सावन माह, कांवड़ यात्रा और उससे जुड़े पर्वों को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। राज्य सरकार ने सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को एडवांस अलर्ट पर डालते हुए तीन दिन के भीतर आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने एसजीपीजीआई, केजीएमयू, लोहिया संस्थान, सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी समेत सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों, सीएमओ और सीएमएस को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि:
- हर अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र पर पर्याप्त दवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
- इमरजेंसी सेवाएं 24x7 दुरुस्त रहें।
- सभी स्वास्थ्य इकाइयों में स्वास्थ्यकर्मी पर्याप्त संख्या में तैनात किए जाएं।
- सभी चिकित्सीय उपकरण क्रियाशील अवस्था में रहें।
- जांच सुविधाएं सक्रिय और सुचारु रूप से चलती रहें।
कांवड़ यात्रा मार्गों पर विशेष इंतजाम
- संवेदनशील कांवड़ मार्गों पर पर्याप्त एंबुलेंस की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।
- प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष उपचार सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) में अलग से इमरजेंसी वार्ड बनाए जाएंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
दुर्घटनाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया अनिवार्य
प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान अगर किसी भी प्रकार की दुर्घटना होती है, तो:
- पीड़ित को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जाए।
- जिला स्तरीय और वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल जानकारी दी जाए।
- दुर्घटना के बाद की रेस्क्यू प्रक्रिया और इलाज में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।