
- यूपी कांग्रेस की नई कार्यकारिणी घोषित
- कार्यकारिणी में 60% पिछड़े, दलित शामिल
- कार्यकारिणी में 20 प्रतिशत महिला शामिल
- अयोध्या, बलिया, बस्ती की कार्यकारिणी घोषित
UP Congress : उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने मिशन-2027 की तैयारियों को तेज कर दिया है। संगठन ने कांग्रेस की नई कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है, जिसमें खासतौर पर ओबीसी जातियों पर फोकस किया गया है। कुछ समय से कांग्रेस संगठन की नई टीम में इन जातियों को शामिल करने पर ध्यान दे रही है, जिसका असर अब दिखाई देने लगा है। खासतौर पर प्रयाग जोन में सबसे अधिक कमेटियां घोषित की गई हैं।
40 जिलों और शहरों की कांग्रेस की नई कार्यकारिणी की
आगामी दिनों में जिला और शहर की नई कमेटियों की घोषणा की जाएगी। शीर्ष नेतृत्व के निर्देशानुसार, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने इन कमेटियों की समीक्षा की है। गुरुवार को प्रदेश के 40 जिलों और शहरों की कार्यकारिणी की घोषणा कर दी गई है। इनमें 10 जिलों में दोनों, यानी जिला और शहर कमेटियां, घोषित की गई हैं। बाकी जिलों में या तो जिला या फिर शहर की कमेटी की मंजूरी दी गई है।
नई कार्यकारिणी में करीब 60 प्रतिशत पिछड़े और दलित समुदाय के नेताओं को जगह मिली है। इसके साथ ही, लगभग 20 प्रतिशत महिलाओं को भी इसमें शामिल किया गया है। जिन जिलों की कार्यकारिणी मानक के अनुरूप नहीं थी, उन्हें सुधार का समय दिया गया है। पार्टी का कहना है कि बूथ स्तर पर काम करने वाले नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी और जो नेता पंचायत चुनाव में अच्छा काम करेगा और जीत दिलाएगा, उसे ही आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट मिलेगा। यूपी में कांग्रेस पंचायत चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।
सबसे अधिक कार्यकारिणी प्रयाग जोन में घोषित की गई है। अवध जोन में बाराबंकी, श्रावस्ती, बलरामपुर, सीतापुर, उन्नाव, और रायबरेली की शहर कमेटी शामिल हैं। ब्रज जोन में पीलीभीत, अलीगढ़ और बरेली की कमेटियों का ऐलान किया गया है। बुंदेलखंड में इटावा, कन्नौज, हमीरपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, ललितपुर, औरैया की जिला कमेटियां और उरई की शहर कमेटी घोषित की गई है। पूर्वांचल में अयोध्या, बलिया और बस्ती की जिला कमेटियों को शामिल किया गया है। पश्चिम जोन में गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, मुरादाबाद, रामपुर, शामली, और बिजनौर की कमेटियों की घोषणा हुई है।
अजय राय ने बताया कि संबंधित जिला और शहर अध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि वे पूरी कार्यकारिणी के साथ मिलकर चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। संगठन का मकसद अब तेजी से बूथ स्तर तक मजबूत पकड़ बनाना है, ताकि आगामी चुनावों में पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सके।