उत्तर प्रदेश में आगामी पांच दिनों में सुबह के समय आसमान में हल्के से मध्यम कोहरा (हल्की धुंध) दिखाई देने के आसार हैं। किन्तु बारिश की कोई संभावना नहीं है। दिसंबर के प्रथम सप्ताह से ठंड बढ़ने की उम्मीद है। पश्चिमी विक्षोभ न बनने, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में चक्रवाती स्थितियां बन जाने से हवा की दिशा लगातार उत्तर-पश्चिमी नहीं रह पा रही है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने सोमवार को बताया कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि दिसंबर के प्रथम सप्ताह से कानपुर समेत पूरे उत्तर प्रदेश में सर्दी बढ़ने की उम्मीद है।
देश भर में मौसम प्रणाली
मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने बताया कि कोमोरिन क्षेत्र और इसके आसपास एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। पाकिस्तान के मध्य भागों में भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। बांग्लादेश के पूर्वी भागों में एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण देखा जा रहा है। भूमध्य रेखीय हिंद महासागर के सुमात्रा तट और इसके आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण के कारण अगले 24 घंटों में, यानी 23 नवंबर तक, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। यह प्रणाली पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए 25 नवंबर तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में एक अवसाद (डिप्रेशन) में बदल सकती है ।