इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों में आयी 95 प्रतिशत की कमी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र में शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को डबल इंजन से परहेज हो सकता है। लेकिन इसका व्यापक लाभ प्रदेश को मिला है। अगर आपके मन में कुछ करने की इच्छा हो तो रास्ता बन जाता है, वरना बहाने भी बन जाते हैं। आपने रास्ता नहीं बनाया बहाने बनायें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में इंसेफेलाइटिस से हजारों बच्चों की मौत होती थी। मैं 1998 सब इसकी लड़ाई लड़ रहा था। सरकारों ने केवल उपचारात्मक प्रयास ही किये।
मुझे खुशी है कि हमारी सरकार ने इंसेफेलाइटिस पर काबू पाया है। इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों में आज 95 प्रतिशत की कमी आयी है।
आज प्रदेश में प्रवासी श्रमिक हो या निवासी, सबको 02 लाख तक की सामाजिक सुरक्षा की गारंटी है। पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा कवर फ्री में मिला है। सरकार।पैसा देगी। बटाईदार को 05 लाख का दुर्घटना बीमा मिला है।
योगी ने कहा कि हर श्रमिक को कोविड के दौरान भरण पोषण भत्ता मिला। इस महामारी ने बता दिया कि संकट का साथी कौन? सरकार उनके द्वार थी। सबको मुफ्त राशन मिला और नेशनल पोर्टबिलिटी सेवा से यहां का कोई श्रमिक दूसरे प्रदेश में जो या दूसरे प्रदेश का श्रमिक यहां हो, आसानी से राशन ले सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के बच्चों के लिए मण्डल मुख्यालयों पर अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किये जा रहे हैं। श्रमिक जो लखनऊ में दो महीने रहा, फिर आगरा चला गया, फिर कहीं और.. ऐसे में.बच्चा पढ़ नहीं पता था। इनके लिए यह विद्यालय होंगे। फ्री में पढ़ाई होगी।
योगी ने कहा कि हम सत्ता में आये तो सबसे पहले एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया। शोहदों पर शिकंजा कसा। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सहित केंद्र की योजनाएं लागू की। और जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना शुरू की। प्रदेश की 12 लाख बेटियां इसका लाभ पा रही हैं।
हमारी सरकार में आंगनबाड़ी, एएनएम, आशा बहनों, रसोइया का मानदेय बढ़ा। अब आंदोलन नहीं बल्कि कोरोना के बीच इन लोगों में अपने जान को जोखिम में डाल कर प्रदेश की सेवा की।