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लखनऊ डेस्क: उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए राज्य का बजट पेश किया, जिसमें शिक्षा क्षेत्र को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गईं। इस बार का बजट 8,08,736 करोड़ रुपये का है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.8 प्रतिशत अधिक है। बजट में रिसर्च और डेवलपमेंट, सूचना प्रौद्योगिकी, और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है।
बजट में राज्य को एक तकनीकी हब बनाने के लिए ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी’ की स्थापना का प्रस्ताव किया गया। इसके अलावा, साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी रिसर्च ट्रांसलेशन पार्क बनाने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने का भी ऐलान किया गया है।
सरकार ने आगरा में 25 करोड़ रुपये की लागत से साइंस सिटी और वाराणसी में साइंस सिटी तथा नक्षत्रशाला की स्थापना के लिए 5 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। इसके अलावा, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में आईसीटी प्रयोगशालाओं एवं स्मार्ट कक्षाओं की स्थापना का भी प्रस्ताव किया गया है।
युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए, वित्त मंत्री ने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में MBBS की 1500 से अधिक सीटें बढ़ाई जाएंगी। साथ ही, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए घर के पास अभ्युदय कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे, जिससे उन्हें यूपीपीएससी और यूपीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
इसके अलावा, बजट में बलिया और बलरामपुर में दो नए स्वायत्त मेडिकल कॉलेज खोलने का ऐलान किया गया। बलिया में 27 करोड़ रुपये और बलरामपुर में 25 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
इसके अतिरिक्त, स्कूलों में आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लासेस और पॉलिटेक्निक संस्थानों में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना का भी प्रस्ताव किया गया है।