उन्नाव। हसनगंज तहसील के गांव निवासी ग्राम पंचायत सदस्य ने प्रधान पर नियमो को दरकिनार रख गांव की जमीन पर लगे पेड़ो को कटवाने का आरोप लगाते हुए तहसीलदार को शिकायत पत्र दिया। जिसके बाद जांच को पहुचे राजस्व कर्मियों को तालाब किनारे कटी हुई लकड़ियां मिली है।
हसनगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत बीबीपुर चिरियारी निवासी ग्राम पंचायत सदस्य बाबूलाल ने तहसीलदार को शिकायती पत्र देकर बताया कि हजारों रुपए कीमत के सरकारी तालाब के किनारे यूकेलिप्टस के पेड़ खड़े हुए थे। जिनको ग्राम प्रधान द्वारा चोरी छिपे बेच दिया गया है। तालाब के किनारे खड़े लगभग 40 पेड़ों को ठेकदार द्वारा काट डाला गया है। जिसकी लकड़ी तालाब के किनारे पड़ी हुई है।
जबकि ग्राम पंचायत भूमि पर यदि पेड़ खड़े हुए हैं तो उनके बेचने के लिए पहले ग्राम पंचायत का प्रस्ताव होना चाहिए फिर तहसील से लेखपाल गिनती कर वन विभाग से मूल्यांकन हो इसके पश्चात् खुली बोली से निलामी होगी और बिक्री का पैसा गांव निधि जमा किया जाता है इस संबंध में तहसीलदार जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जांच करने के लिए मौके पर राजस्व कर्मचारियों को भेजा गया था।
कटी हुई लकड़ी मौके पर पड़ी हुई है। जिसको ग्राम प्रधान के सुपुर्द कर दिया गया है मूल्यांकन के लिए वन विभाग को नोटिस जारी की गई है। जिसके बाद उसकी कीमत पता चल पाएगी ग्राम पंचायत अधिकारी शुभम सोनी ने बताया कि प्रस्ताव नहीं हुआ है और नही पेड़ों की नीलामी की गई है।