
जबलपुर : देश की राजधानी दिल्ली से जबलपुर जा रहे केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल उरांव ट्रेन यात्रा के दौरान अचानक लापता हो गए, जिससे रेलवे प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई। मंत्री के गायब होने की खबर सामने आते ही रेलवे स्टाफ, सुरक्षा एजेंसियां और मंत्री का निजी स्टाफ उन्हें खोजने में जुट गया।
क्या हुआ था?
मंत्री जुएल उरांव बीते दिन गोंडवाना एक्सप्रेस से जबलपुर के लिए रवाना हुए थे। लेकिन जब ट्रेन दमोह स्टेशन के पास पहुंची, तो उनकी सीट खाली मिली और कोई जानकारी नहीं थी कि वे कहां गए। उनके स्टाफ और सुरक्षा अधिकारी भी मंत्री की अचानक अनुपस्थिति से हैरान रह गए।
रेलवे अधिकारियों ने तुरंत सभी ट्रेनों और स्टेशनों पर तलाशी अभियान शुरू किया। मंत्री की फोटो सभी संबंधित कर्मचारियों को भेजी गई और आसपास के स्टेशनों पर सघन खोजबीन शुरू हुई।
162 किलोमीटर दूर घायल हालत में मिले
करीब तीन घंटे बाद मंत्री सिहोरा रेलवे स्टेशन पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के B3 कोच में घायल हालत में मिले। उन्हें हाथ और पैर में चोटें आई थीं। जानकारी के मुताबिक, जब वह संपर्क क्रांति ट्रेन में चढ़ रहे थे, तब पैर फिसलने से उन्हें चोट लगी। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जबलपुर लाया गया।
मंत्री का स्टाफ भी था अनजान
गोंडवाना एक्सप्रेस में मौजूद मंत्री का सुरक्षा स्टाफ और पर्सनल असिस्टेंट पूरी यात्रा में उनके साथ होने की सोच में था, लेकिन मंत्री बीच रास्ते में ट्रेन से उतरकर दूसरी ट्रेन में चढ़ गए। इससे स्टाफ को भी समझ नहीं आया कि वे कैसे गायब हो गए।
रेलवे प्रशासन का बयान
जबलपुर के सीनियर डीसीएम डॉ. मधुर वर्मा ने बताया,
“जैसे ही हमें सूचना मिली, हमने तत्काल सभी संबंधित अधिकारियों को अलर्ट कर दिया। संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के टीटीई ने उन्हें पहचाना और सूचना साझा की। मंत्री जी ट्रेन में चढ़ते वक्त फिसल गए थे, जिससे उन्हें हल्की चोटें आई हैं।”
कौन हैं जुएल उरांव?
- ओडिशा के सुंदरगढ़ से सांसद हैं
- भारत सरकार में जनजातीय मामलों के मंत्री हैं
- जबलपुर से वे मंडला में एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे