ग्राम न्याय सहायता अभियान के तहत एटा की 15 पंचायतों में शुरू हुई मुफ्त विधिक सहायता

एटा : उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार ग्राम न्याय सहायता अभियान के अंतर्गत पंचायत स्तर पर लीगल एड क्लीनिक स्थापित की गई हैं। एटा सदर की ग्राम पंचायत सोन्सा, मरथरा देव किशन, टीकमपुर, गिरौरा, कुंवरचन्द्रभानपुर, तहसील जलेसर की ग्राम पंचायत महानमई, सकरौली, सालवाहनपुर, सकरा, रोहिनामिर्जापुर तथा तहसील अलीगंज की ग्राम पंचायत परातपुर कटारा, अगरैया गंगाई, गढ़िया जगन्नाथ, जैथरा देहात, उदयपुरा में लीगल एड क्लीनिक स्थापित की गई है। इसका उद्देश्य लोगों को सरकारी योजनाओं एवं कानूनी जानकारी प्रदान करना है, जिससे जरूरतमंद लोगों तक न्याय पहुंच सके।

जिन ग्राम पंचायतों में लीगल एड क्लीनिक स्थापित की गई है, वहां के ग्राम पंचायत सहायकों को पराविधिक स्वयंसेवक के रूप में नामित किया गया है। ग्राम पंचायत सहायकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण जनपद न्यायालय, एटा के बहुउद्देशीय हॉल में कमालुद्दीन, अपर जिला जज के निर्देशन में सम्पन्न हुआ। इसमें प्रशासन की ओर से जिला पंचायत राज अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, जिला परिवीक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे।

अजय पाल सिंह, जिला परिवीक्षा अधिकारी ने सुकन्या मंगल योजना एवं पीड़ित प्रतिकर योजना की जानकारी दी। सत्यम त्रिपाठी, समाज कल्याण अधिकारी ने वृद्धा पेंशन एवं अभ्युदय योजना पर प्रकाश डाला। संजय सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी ने पुष्टाहार से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी। वहीं डॉ. सुधीर कुमार मोहन, एसीएमओ ने आयुष्मान कार्ड, आभा आईडी आदि के संबंध में जानकारी दी।

कमालुद्दीन, अपर जिला जज ने ग्राम न्याय सहायता अभियान का महत्व, निःशुल्क विधिक सहायता पाने के पात्र व्यक्ति, नालसा द्वारा संचालित योजनाएं, लोक अदालत का महत्व तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को हकदार व्यक्तियों तक कैसे पहुंचाया जाए, इस विषय में विस्तार से जानकारी दी।

इस अवसर पर उपरोक्त ग्राम पंचायतों के पंचायत सहायक एवं पराविधिक स्वयंसेवकगण, राधा रमण वार्ष्णेय, विकास जैन, शुभम मिश्रा एवं कु. शालिनी सिंह, लीगल एड डिफेन्स काउंसिल एटा तथा मध्यस्थ अधिवक्ता योगेश कुमार आदि उपस्थित रहे।

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