राजधानी लखनऊ की रहने वाली गरिमा मिश्रा ने अपना एक वीडियो जारी किया है। गरिमा यूक्रेन की राजधानी कीव में हैं। गरिमा ने वीडियो में रोते हुए सरकार से मदद की गुहार लगाई है। वीडियो में गरिमा कह रही हैं कि- ‘मेरा नाम गरिमा मिश्रा है। मैं यूपी के लखनऊ की रहने वाली हूं। हम चारों तरफ से घिर चुके हैं। यहां कोई मदद नहीं कर रहा है। मुझे नहीं लगता कि मुझे यहां कोई हेल्प मिलेगी। मदद मिल पाएगी यह उम्मीद कम ही बची है। हम एंबेसी को कॉल कर रहे, कोई भी कॉल अटेंड नहीं कर रहा है। हम जिन्दा बचेंगे या नहीं यह भी नहीं कह सकते।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो लखनऊ की रहने वाली गरिमा मिश्रा ने शेयर किया है। गरिमा मिश्रा ने कहा कि- हम बहुत सी बातें सुना करते थे, फिल्मों की स्टाइल में योगी-मोदी जी हमें बचा लेंगे। अभी तक कोई भी सुनवाई नहीं हो पा रही है। बॉर्डर पर हम ट्रेन से जाने की कोशिश कर रहे थे तब हमारे साथियों को मारा पीटा गया।
डॉक्टर की पढ़ाई करने पहुंची
गरिमा मिश्रा का कहना है हम सब यहां से बच के निकल पाएंगे कि नहीं, निकल पाएंगे या अभी नहीं यह समझ में नहीं आ रहा है। डॉक्टर की पढ़ाई करने पहुंची गरिमा मिश्रा ने कहा कि हम प्रधानमंत्री और योगी जी से मदद मांगते है। हमारे लिए आर्मी भेजी जाए। हेलीकॉप्टर भेजा जाए। तभी हम यहां पर बच पाएंगे। यहां पर हम पूरी तरीके से घिरे हुए हैं। हमारी कोई सुनवाई करने वाला नहीं है।
प्रियंका गांधी ने कहा…
यूक्रेन से आ रहे भारतीय छात्र-छात्राओं के वीडियो मन को बहुत ही ज्यादा व्यथित करने वाले हैं। इन बच्चों को भारत वापस लाने के लिए जो कुछ भी बन पड़ता है , भगवान के लिए, वह करिए। पूरा देश इन छात्र-छात्राओं और इनके परिवारों के साथ है।
यूपी से 1173 छात्र यूक्रेन में फंसे
उत्तर प्रदेश राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से जारी किए गए प्रेस नोट में यह जानकारी दी गई है कि यूपी के 1173 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय भारत सरकार को यूपी सरकार के द्वारा उपलब्ध करा दी गई है। इसमें से 27 फरवरी को सुबह हवाई जहाज से दिल्ली पहुंचे यूक्रेन के छात्रों में 37 छात्र यूपी के थे जो वापस आ गए हैं। राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और अन्य संबंधित जिले के अधिकारियों को इन छात्रों को सौंपे जाने की प्रक्रिया की जा रही है।
राहत आयुक्त कार्यालय ने बताया कि रोमानिया से दिल्ली पहुंची फ्लाइट में 29 व्यक्ति यूपी के शामिल रहे। इसमें से 10 व्यक्ति-विद्यार्थियों को उनके परिजनों को लौटा दिया गया है। इसके अलावा 19 विद्यार्थियों को यूपी भवन में रुकने की व्यवस्था की गई है। विद्यार्थियों को वाहन के माध्यम से इनके घर पहुंचाए जाने की व्यवस्था की जा रही है।