
रुद्रपुर। रुद्रपुर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी 88 हजार महिलाओं में से 27,258 महिलाएं अब “लखपति दीदी” बन चुकी हैं। इनमें से 324 महिलाएं सालाना तीन से छह लाख रुपये तक की आय कर रही हैं, जबकि 66 महिलाएं छह लाख रुपये से अधिक की सालाना कमाई हासिल कर रही हैं।
जिले में 8,800 से अधिक स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनके माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है। इनमें कुछ महिलाएं कृषि क्षेत्र से जुड़ी हैं, तो कुछ ने दुकान, रेस्टोरेंट जैसे छोटे व्यवसाय शुरू किए हैं। अधिकांश महिलाएं समूह आधारित आर्थिक गतिविधियों में जुटी हैं।
बीते वित्तीय वर्ष में 27,258 महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए प्रशासन ने कुल 31,752 महिलाओं को चिन्हित किया। इनमें 1,010 महिलाएं 25 हजार रुपये तक की सालाना आय अर्जित कर रही हैं, 1,530 महिलाएं 25 से 60 हजार, जबकि 2,945 महिलाएं 60 हजार से एक लाख रुपये तक की आय कमा रही हैं।
जिला प्रशासन ने शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है। सबसे अधिक महिलाएं एक से तीन लाख रुपये वार्षिक आय वाले वर्ग में शामिल हैं। सरकारी योजनाओं और अपनी मेहनत के बल पर इन महिलाओं ने आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम की है।