
हरियाणा के हांसी में एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल की हत्या के बाद प्रदेशभर के निजी स्कूलों ने लामबंदी कर दिया है। हरियाणा संयुक्त विद्यालय संघ ने बुधवार को सभी प्राइवेट स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। इस संघ ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग के साथ-साथ स्कूल शिक्षक सुरक्षा अधिनियम बनाने की भी जोरदार आवाज उठाई है। इससे पहले, यमुनानगर में भी इसी तरह का मामला सामने आ चुका है।
पानीपत से जानकारी के अनुसार, हिसार जिले के हांसी तहसील के गांव बास के एक निजी स्कूल में प्रिंसिपल की दो विद्यार्थियों द्वारा चाकू मारकर हत्या किए जाने की घटना के बाद, प्रदेश भर के प्राइवेट स्कूलों ने एकजुट होकर बंद का निर्णय लिया है।
इस मुद्दे को लेकर हरियाणा संयुक्त विद्यालय संघ की कार्यकारिणी की बैठक भी हुई, जिसमें सभी सदस्यों ने इस फैसले का समर्थन किया और इसे सही ठहराया। संघ के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मान ने कहा, “यदि इस तरह के कृत्यों पर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो इससे असामाजिक तत्वों को बढ़ावा मिलेगा।”
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि दोषियों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में भय का माहौल बनेगा और स्कूलों में अनुशासन बनाए रखना बहुत कठिन हो जाएगा, जो समाज और बच्चों दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसा ही मामला यमुनानगर में पहले भी हो चुका है।
यदि प्रशासन ने पहले ही सही कार्रवाई की होती, तो शायद इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बचा जा सकता था। इसलिए, उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग दोहराई है और साथ ही स्कूल शिक्षक सुरक्षा अधिनियम बनाए जाने की भी आवश्यकता पर बल दिया है।
बैठक में विजय निर्मोही फतेहाबाद, सुभाष श्योराण जींद, अजमेर सिंह सोनीपत, अनिल कुमार हांसी और राजेंद्र सिंह सोनीपत ने सभी साथी शिक्षकों से सहयोग की अपील की। उन्होंने यह भी आह्वान किया कि सभी स्कूल 16 जुलाई को बंद रहें और जिला स्तर पर उपायुक्त एवं मंडल स्तर पर उपमंडल अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को ज्ञापन दिया जाए।