
सीतापुर। योगी सरकार द्वारा जिले में विद्युत की अनेकों परियोजनाओं पर कार्य किया गया। जिससे विगत 08 वर्षों में विद्युत विभाग-सीतापुर द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध चौबीस घंटा विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने, विद्युत तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं शिकायतों के तत्काल निस्तारण हेतु कार्य किया गया। 209.39 करोड़ की लागत से दो नये पारेषण विद्युत उपकेन्द्र, क्रमशः कन्दुनी (क्षमता-566 एमवीए) एवं मिश्रिख (क्षमता-80 एमवीए) की स्थापना के साथ 14 अदद् 33/11 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्रों (क्षमता-135 एमवीए) की स्थापना हुई।
जनपद-सीतापुर के अन्तर्गत ऑनलाइन झटपट पोर्टल, निवेश मित्र एवं अन्य माध्यमों द्वारा कुल 4,39,230 नग नये संयोजन निर्गत किये गए एवं जिसमें से 13,257 नग निजी नलकूप के संयोजन निर्गत किये गये हैं। 1912 पर प्राप्त 2,62,854 अदद् शिकायतों को निस्तारण कराया गया, जिसमें से 23,507 अदद् खराब परिवर्तकों की, 27,789 गलत बिलों को एवं 51,235 अदद् विद्युत आपूर्ति सम्बन्धित शिकायते भी शामिल हैं। जनपद-सीतापुर में 133 नग फीडरों पर, 807 नग वितरण परिवर्तकों पर, 172 नग सरकारी कार्यालयों, 16872 गैर-सरकारी, घरेलूध्अन्य श्रेणी में, 115 नग कामर्शियल एवं औद्योगिक श्रेणी व 1050 नग चेक मीटर भी स्थापित किये गये।
जनपद-सीतापुर में विद्युत तंत्र के सुदृढ़ीकरण हेतु बिजनेस प्लान के अन्तर्गत 82 नग नये वितरण परिवर्तकों की स्थापना, 1616 नग वितरण परिवर्तकों की क्षमता वृद्धि का कार्य, 38 कि०मी० अण्डर ग्राउन्ड केबल डालने का कार्य, 118 कि0मी0 11 के0वी0 लाइन का निर्माण, 100 नग मोबाइल ट्राली, 233.97 कि०मी० एल०टी० केबिल डालने का कार्य प्रमुख रूप से कराया गया है।
145.60 करोड़ की लागत से जनपद-सीतापुर में आर०डी०एस०एस० योजना के अन्तर्गत 710 सर्किट कि०मी० 11 के0वी0 जर्जर तार व 17 सर्किट कि०मी० शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर तार बदलने का कार्य, 1300 सर्किट कि०मी० जर्जर खुले तारों को ए०बी०सी० में बदलने का कार्य, 34477 नग नये पोलो की स्थापना का कार्य, 22 नग अतिभारित फीडरों के विभक्तीकरण का 90 सर्किट कि०मी० कार्य, अतिभारित 33 के०वी० फीडरों का 5.2 सर्किट कि०मी० व 11 के0वी0 14 नग कृषि फीडरों का 410 सर्किट कि०मी० कार्य अभी तक पूर्ण कराया जा चुका है।
33.13 करोड़ की लागत जनपद-सीतापुर में ए०बी०डी० योजना के अन्तर्गत 500 से ऊपर आबादी वाले 751 नग मजरों में 953 किलोमीटर ओवरहेड एल०टी० को ए०बी०सी० लाइन में परिवर्तित कराया गया है। नई लाइनों एवं पुरानी क्षतिग्रस्त लाइनों के सुदृढ़ीकरण हेतु 12,855 नग नये पोल साथ ही साथ 1,108 नग सिंगल फेज मीटर भी लगाये गयें हैं।