
लखनऊ, सी.एस.आई.आर.-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सी.एस.आई.आर.-सीमैप), लखनऊ स्थित कैम्पस में दो दिवसीय किसान मेला गुरुवार को शुरू हो गया। उद्घाटन सत्र मे देश के विभिन्न राज्यों से आये किसानों का जमावड़ा रहा। सी.एस.आई.आर.-सीमैप के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने कहा कि बार यह किसान मेला सतत कृषि की थीम पर आधारित है।
उन्होनें बताया कि इस किसान मेले की शुरुआत पिछले 20 वर्ष पहले की गई थी जिससे किसान लगातार जुड़ते जा रहे हैं। सीमैप ने पिछले 60 वर्षो से औषधीय एवं सगंध पौधों पर कार्य करते हुए लगभग 160 उन्नत प्रजातियों का विकास किया है जो कि खेती कि दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है तथा देश के किसानों ने इसे बढ़-चढ़ कर अपनाया भी है। उन्होंने कहा कि किसानों एवं व्यापारियों के बीच एक कड़ी स्थापित करने का कार्य किसान मेला में होता है, तथा किसानों के द्वारा उत्पादित की गई उच्च गुणवत्तायुक्त फसलों को उद्योगों तक पहुंचाया जा सके ताकि आम-जनमानस को इसका लाभ मिल सके।
सी.एस.आई.आर.-एरोमा मिशन के अंतर्गत किसान मेला में पधारे किसानों को नवीनतम जानकारी व प्रौद्योगिकी द्वारा सक्षम बनाकर उनकी आय में वृद्धि करना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है। डॉ. त्रिवेदी ने बताया कि सीमैप के द्वारा विकसित की गई मेन्था की प्रजातियों को अपनाकर किसानों ने भारत को मेन्था के उत्पादन और निर्यात में शीर्ष स्तर पर पहुँचा दिया है । आज विश्व का 80 प्रतिशत मेन्था का उत्पादन भारत में किया जाता है तथा भारत का 80 प्रतिशत मेन्था का उत्पादन केवल उत्तर प्रदेश में किया जाता है । उन्होनें आगे कहा कि सीमैप के वैज्ञानिकों एवं किसानों के प्रयास से भारत ने 600 टन से भी अधिक नींबूघास तेल का निर्यात किया है। इस वर्ष लखनऊ मुख्यालय से लगभग 500 क्विंटल मेन्था की विभिन्न प्रजातियों की पौध सामग्री (शकर्स) अधिक उपज देने वाली किसानों को उपलब्ध कराई जा रही है।
इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप मे पधारे डॉ. विजय बहादुर द्विवेदी, निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन ने किसानों को संबोधित करते हुये कहा कि औषधीय एवं सुगंध पौधों के साथ-साथ उद्यानिकी मे समाहित फसलों को भी किसान भाई लगाएँ जिसमे राज्य सरकार द्वारा वित्तीय सहता प्रदान की जाती है। साथ ही उन्होंने किसानों को FPO बना कर कार्य करने का आहवाहन किया। इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों द्वारा “ सीमैप कलेंडर” का विमोचन किया गया। इसके साथ ही सीएसआईआर-सीमैप और मेसर्स आर्टत्रिस्टा क्रिएशन ब्यूटी सैलून एंड एकेडेमी, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मध्य सीएसआईआर-सीमैप द्वारा विकसित हर्बल उत्पाद फ़ेसवाश (क्लेंजी), शैंपू (हर्बी साफ्ट), लिपबाम, हैयर ऑइल (सिम-केश) के मार्केटिंग के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
इस वर्ष किसान मेला में कार्यक्रमों के अतिरिक्त एक विशेष प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं द्वारा किसानों के लिए उपयोगी प्रौद्योगिकियों तथा योजनाओं का प्रदर्शन किया गया।











