उत्तर प्रदेश के सात, राजस्थान के चार समेत देशभर के 20 आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों को सत्र 2025-26 की मान्यता नहीं

यूपी: आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के तहत भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (NCISM) ने सत्र 2025-26 के लिए देशभर के 20 आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों की मान्यता पर रोक लगा दी है।

मान्यता खोने वाले कॉलेजों में उत्तर प्रदेश के सात कॉलेज शामिल हैं — अलीगढ़ के दो, मझौली बलिया, फर्रुखाबाद, गाजीपुर, फिरोजाबाद और मिर्जापुर के एक-एक कॉलेज। इसके अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु के एक-एक, उत्तराखंड के दो और कर्नाटक व राजस्थान के चार-चार कॉलेजों की मान्यता भी रोकी गई है।

सूत्रों के मुताबिक, इन कॉलेजों में टीचिंग स्टाफ की कमी और मरीजों की अपर्याप्त संख्या प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं।

देशभर में 600 से ज्यादा आयुर्वेदिक कॉलेज संचालित हैं जिनमें 40,000 से ज्यादा सीटें हैं। NCISM का कहना है कि केवल वही कॉलेज मान्यता पाएंगे जो तय मानकों को पूरा करेंगे। संबंधित कॉलेज अपील के लिए NCISM की बेंच और आगे आवश्यकता पड़ने पर न्यायालय का सहारा ले सकते हैं।

आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. राकेश पांडेय ने कहा कि सत्र 2025-26 की मान्यता पर रोक मामले में संबंधित कॉलेज अनुरोध के साथ एनसीआईएसएम की बेंच में जाने के पश्चात न्यायालयीन प्रक्रिया का सहारा लेने हेतु स्वतंत्र हैं। सरकार का भी उद्देश्य है कि योग्य, मापदण्डों को पूरा करने वाले कॉलेज ही संचालित हों। मान्यता प्रक्रिया प्रतिवर्ष प्रोसेस होती है। एनसीआईएसएम छात्र व चिकित्सा शिक्षकों के हित में उम्दा काम कर रही है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें