
TVK Vijay rally Stampede : तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली के दौरान हुई भगदड़ में 39 लोगों की मौत के बाद भाजपा ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। पार्टी ने अपने सभी आगामी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। भाजपा नेताओं ने शोक संदेश भेजते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। इस दुर्घटना ने प्रदेश में शोक की लहर दौड़ा दी है।
तमिलनाडु सरकार ने करूर में विजय रैली भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा है कि सरकार पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। सरकार ने आगे भी राहत और सहायता के प्रयास जारी रखने का वादा किया है।
करूर में विजय रैली के दौरान हुई भगदड़ की घटना ने पूरे प्रदेश में सदमे की लहर फैला दी है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि घटना की पूरी जिम्मेदारी तय की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे ने राजनीतिक माहौल को भी प्रभावित कर दिया है।
दरअसल, तमिलनाडु के करूर में एक्टर विजय की रैली में भगदड़ मचने से 39 लोगों की जान चली गई और 50 से अधिक घायल हो गए। रैली में उम्मीद से ज़्यादा भीड़ होने के कारण स्थिति अनियंत्रित हो गई। गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु सरकार से जवाब मांगा है और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री स्टालिन ने पीड़ितों के प्रति दुख व्यक्त किया है।
भगदड़ का कारण क्या था?
करूर के मैदान में विजय की रैली का आयोजन किया गया था, जिसकी क्षमता लगभग 10,000 लोगों की थी। लेकिन, मौके पर करीब 30,000 लोग मौजूद थे। तमिलनाडु के डीजीपी इनचार्ज जी वेंकटरमन के अनुसार, TVK की रैलियों में भीड़ सामान्यतः कम होती है। लेकिन इस बार अचानक से भीड़ बहुत अधिक हो गई, जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी। आयोजकों का अनुमान था कि लगभग 10,000 लोग आएंगे, मगर वास्तव में करीब 27,000 से अधिक लोग पहुंच गए, जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
भीड़ कैसे बढ़ी?
करूर में विजय की रैली दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे तक निर्धारित थी। लोग सुबह 11 बजे से ही मैदान पर जुटने लगे। विजय देर से पहुंचें, तब तक भीड़ बहुत बढ़ चुकी थी। विजय लगभग 7:40 बजे मंच पर आए। घंटों से भूखे-प्यासे इंतजार कर रहे समर्थकों की भारी भीड़ तब बेकाबू हो गई।
भगदड़ से पहले क्या हुआ?
मंच में भीड़ बढ़ने के कारण विजय को असहजता महसूस हुई और उन्होंने भाषण बीच में ही रोक दिया। समर्थकों की मदद के लिए विजय ने पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कीं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसी दौरान अचानक भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, और कुछ ही समय में हालात अनियंत्रित हो गए।
मृतकों की संख्या क्या है?
करूर की इस भगदड़ में 17 महिलाओं सहित कुल 39 लोगों की जान चली गई है। साथ ही, यह अनुमान है कि इस हादसे में 50 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं, और आंकड़े और बढ़ सकते हैं।
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