- शहर के कई तालाबों का अस्तित्व समाप्त, नहीं हुई ठोस कार्रवाई
- तालाबों से अवैध कब्जा हटवाने को लेकर डीएम से मिले समाजसेवी
- फंसते देख जयपुरिया स्कूल ने बिल्डिंग बनाकर नक्शा पास कराने को दिया प्रार्थना पत्र
फतेहपुर । जिले में भूमाफिया बेखौफ हैं, वह सरकारी जमीनों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। शहर के ज्वालागंज, शादीपुर सहित कई तालाब पूर्व से ही बिक चुके हैं जिनमें आधा सैकड़ा से अधिक मकान बने हैं। इसी तरह सैय्यद वाडा व मुराइन टोला के तालाबों में लगातार कब्जा जारी है। भूमाफियाओं के पालतू राजस्व कर्मी अधिकारियों को गलत रिपोर्ट देकर गुमराह करते हैं।
बाद में कब्जा होने के बाद दशकों तक प्रशासन उन जगहों को खाली नहीं करा पाता। शहर के अधिकतर तालाब आज अपना अस्तित्व खो चुके हैं। हाल ही में जयपुरिया स्कूल पर सैय्यद वाडा का तालाब कब्जा करने का आरोप लगा है ! इस मामले में एसडीएम ने टीम गठित की थी। टीम ने जांच कर कब्जा भूमिधरी में होना बताया। लेकिन तालाब की शक्ल बदलने की जानकारी रिपोर्ट में नहीं दी गई। जबकि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश हैं कि तालाब की शक्ल नहीं बदली जा सकती।
जबकि बताते हैं कि इस तालाब के चारों ओर से अतिक्रमण हुआ है बिना नाप के उच्चाधिकारियों को नाप होने की रिपोर्ट भेज दी गई है। नगर पालिका के ईओ रविन्द्र कुमार भी अपनी जमीनों को बचाने के लिए गंभीर नहीं हैं, वह भूमाफियाओं के पक्षधर बनते नज़र आ रहे हैं ! तालाब में पानी भरा है फिर भी बता दिया गया कि उसकी नाप हो गई है। राजस्व कर्मियों की कारगुज़ारी से आक्रोशित युवा विकास समिति के कार्यकर्ताओं ने डीएम से मामले की शिकायत की है।
तालाबों को बचाने को लेकर युवा विकास समिति के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह को दिए शिकायती पत्र व तालाबों की सूची देकर बताया कि जिले में तालाबों पर अवैध कब्जे चल रहे हैं। फतेहपुर नगर पालिका फतेहपुर के दक्षिणी कस्बे क्षेत्र में गाटा सं- 1835, 1863, 1989, 2121, 2188मि व 2402/2 आदि दर्जनों तालाबों पर अस्थायी व स्थायी कब्जे हैं, लेकिन इस मामले में कोई प्रभावी कार्रवाई न होने से भूमाफियाओ के हौसले बुलंद हैं। कहा कि अवैध कब्जा हटाने का अभियान हर साल चलता है, लेकिन कुछ दिन चलकर यह बंद हो जाता है।
लेखपालों की मिलीभगत से प्रभावी कार्रवाई न होने से भूमाफिया आज भी अवैध कब्जों को अंजाम दे रहे हैं। बताया कि इसके पीछे राजनीतिक हस्तक्षेप भी रहता है जिसकी वजह से समुचित कार्रवाई नहीं हो पाती। समिति के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि तालाबों पर अवैध कब्जे होने से भूजल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। गर्मी के दिनों मे कई इलाकों में पानी की किल्लत हो जाती है।
समिति के सदस्यों ने डीएम से मांग की कि तहसीलवार टीमें गठित करके अवैध कब्जों के अभियान चलाया जाए। डीएम रविंद्र सिंह ने शिकायतकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि मामले की जांच उच्च अधिकारियों की टीम बनाकर कराई जाएगी। अवैध कब्जों को खाली कराकर तालाबों को संरक्षित किया जाएगा। इस दौरान लोकतांत्रिक सेनानी के प्रदेश अध्यक्ष नवल किशोर मिश्रा, कंचन मिश्र, आफताब, दीप कुमार, अजय यादव, सुनील यादव, विकास श्रीवास्तव, भूपेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।