
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि अमेरिका 100 से अधिक छोटे देशों, विशेष रूप से अफ्रीका और कैरिबियन क्षेत्र के देशों से आयात होने वाले सामानों पर नए टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है. पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि यह टैरिफ 10 प्रतिशत से थोड़ा अधिक हो सकता है और यह सभी लक्षित देशों पर समान रूप से लागू किया जाएगा.
नई दरें 1 अगस्त से
वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने स्पष्ट किया कि ये नए शुल्क मुख्य रूप से अफ्रीका और कैरिबियन देशों को लक्षित करेंगे. उनका कहना है कि इन देशों के साथ अमेरिका का व्यापार मामूली है. इन टैरिफ का उद्देश्य वैश्विक व्यापार असंतुलन को सुधारना है. नई दरें 1 अगस्त से लागू होंगी.
हाल के हफ्तों में अमेरिका ने यूरोपीय संघ सहित करीब दो दर्जन देशों को औपचारिक नोटिस जारी कर दिए हैं. इन नोटिसों में नई शुल्क दरों की जानकारी दी गई है, जो 2 अप्रैल को ट्रंप द्वारा घोषित दरों के करीब होंगी. उस समय घोषित दरों के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अस्थिरता आ गई थी, जिसके चलते ट्रंप ने 90 दिन की बातचीत की समय सीमा तय की थी, जो 9 जुलाई को समाप्त हो चुकी है.
दवाइयों पर टैरिफ लगाने की योजना
ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि वह जल्द ही दवाइयों पर टैरिफ लगाने की योजना का ऐलान कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि कंपनियों को घरेलू निर्माण की तैयारी के लिए एक साल का समय दिया जाएगा. कंप्यूटर चिप्स पर भी ऐसी ही चरणबद्ध दर लागू होगी ताकि अमेरिका में उत्पादन को बढ़ावा मिल सके.
साथ ही, ट्रंप ने इंडोनेशिया के साथ एक नया व्यापार समझौता किया है, जिसमें इंडोनेशियाई उत्पादों पर 19% शुल्क लगाया जाएगा, जबकि अमेरिकी उत्पादों को इंडोनेशिया में टैरिफ-मुक्त पहुंच दी जाएगी.