
वेनेजुएला। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला से तेल और गैस खरीदने वाले देशों पर भारी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। ट्रंप प्रशासन के इस कदम से भारत, चीन जैसे देशों पर असर पड़ने की संभावना है, जो वेनेजुएला से तेल का आयात करते हैं। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने पहले इस मामले में अमेरिकी तेल उत्पादक कंपनी शेवरॉन को 30 दिनों का समय दिया था, लेकिन अब इस अवधि को बढ़ा दिया गया है, जिससे कंपनी को राहत मिल रही है।
क्या है टैरिफ का ऐलान?
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वेनेजुएला से तेल और गैस खरीदने वाले देशों पर 25% का द्वितीयक टैरिफ दो अप्रैल से लागू किया जाएगा। ट्रंप ने इस टैरिफ को मौजूदा टैरिफ के अतिरिक्त बताया, और कहा कि यह कदम वेनेजुएला के शासन को आर्थिक रूप से और अधिक दबाने के उद्देश्य से उठाया गया है। इस एलान के बाद तेल की कीमतों में लगभग 1% का इजाफा भी देखने को मिला है।
वेनेजुएला की प्रतिक्रिया
वेनेजुएला की सरकार ने ट्रंप के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। वेनेजुएला के अधिकारियों ने कहा कि इस टैरिफ को वे पूरी तरह से अस्वीकार करते हैं और इसे अवैध और मनमाना बताते हुए इसकी निंदा की। वेनेजुएला ने इसे एक हताशा भरा कदम बताया और यह कहा कि यह देशों के खिलाफ एक आक्रमण है, जो वेनेजुएला से तेल खरीदते हैं।
चीन और अन्य देशों पर प्रभाव
चीन, जो वेनेजुएला का सबसे बड़ा तेल खरीदार है, ने फरवरी में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिदिन लगभग 503,000 बैरल कच्चा तेल और ईंधन वेनेजुएला से खरीदा। यह आंकड़ा वेनेजुएला के कुल तेल निर्यात का लगभग 55 प्रतिशत है। चीन के अलावा भारत, स्पेन, इटली और क्यूबा जैसे देश भी वेनेजुएला से तेल खरीदते हैं और इन देशों पर भी टैरिफ का प्रभाव पड़ने की संभावना है।
अमेरिकी कंपनी शेवरॉन को मिली राहत
अमेरिकी तेल उत्पादक कंपनी शेवरॉन को ट्रंप प्रशासन की ओर से थोड़ी राहत दी गई है। अमेरिकी सरकार ने शेवरॉन को वेनेजुएला में अपनी संचालन गतिविधियों को रोकने की आखिरी तारीख को बढ़ा दिया है, जो पहले 30 दिन तय की गई थी। यह कंपनी वेनेजुएला की राज्य-owned पेट्रोलियम कंपनी PDVSA के साथ तेल उत्पादन में सक्रिय है और इसके लिए समय सीमा में यह बढ़ोतरी की गई है।
ट्रंप के इस फैसले से वैश्विक ऊर्जा बाजार पर बड़ा असर पड़ सकता है, खासकर उन देशों पर जो वेनेजुएला से तेल खरीदते हैं। इसके अलावा, यह कदम अमेरिका के वेनेजुएला नीति को भी और सख्त बनाता है, जो इस समय वेनेजुएला की सरकार को आर्थिक और राजनीतिक रूप से कमजोर करने के लिए कदम उठा रही है।