अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बॉर्डर की सिक्योरिटी पर हमेशा से ध्यान रखा है। हमेशा बॉर्डर की सिक्योरिटी को प्राथमिकता दी है। ऐसे ही उन्होंने एक और बॉर्डर पर अमेरिका के करीब 1500 सैनिकों की तैनाती का आदेश दिया है।
बता दें, ये देश अमेरिका के साथ अपना बॉर्डर शेयर करता है। ट्रंप ने मेक्सिको-अमेरिका की सीमा पर 1500 अतिरिक्त सैनिक भेजने का आदेश जारी किया है। देश में अप्रवास को रोकने और अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए ये फैसला लिया गया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बातचीत के दौरान बताया था कि, राष्ट्रपति ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर इन सैनिकों की तैनाती की मंजूरी दी है। जिसके साथ मेक्सिको बॉर्डर पर एक्टिव-ड्यूटी सैनिकों को बढ़ाकर उनकी संख्या करीब 4000 कर दी है।
मेक्सिको बॉर्डर पर तैनात हैं सैनिक
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आदेश दिया है। जिसके बाद मेक्सिको बॉर्डर पर 1000 सेना के जवान और 500 मरीन तैनात किए गए हैं। जिनकी कुल संख्या 1500 है। मरीन को पहले कैलिफोर्निया की जंगल की आग बुझाने के लिए बुलाया गया था। जिसके बाद उन्हें बॉर्डर पर तैनात किया गया था। बॉर्डर पर सारे तैनात किए गए सैनिक एक तरह की रुकावट का काम करेंगे। साथ ही बॉर्डर पर निगरानी रखने का काम करेंगे।
निर्वासन में मिलेगी सहायता
रक्षा मंत्री रॉबर्ड सेल्सेस का कहना है कि, सैनिक प्रवासियों को निर्वासित करने के लिए उड़ानों में होमलैंड सुरक्षा विभाग की मदद करेंगे। इसके पहले डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन मेक्सिको-अमेरिका सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल का ऐलान किया था। साथ ही, उन्होंने अवैध प्रवास को रोकने के लिए ही सीमा पर दीवार बनाने और सुरक्षा बढ़ाने का वादा किया है। ये कदम उस नीति का हिस्सा है, जो कि, ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति को दर्शाता है।
अवैध प्रवास से भी मिलेगा छुटकारा
मेक्सिको-अमेरिका की सीमा पर अवैध प्रवासियों की बढ़ती हुई संख्या ने अमेरिका की सरकार को सतर्क कर दिया है। डोनाल्ड ट्रंप का ये फैसला राजनीतिक रूप से काफी ज्यादा विवादित भी रहा है। यहां पर उनके समर्थकों ने उस फैसले को काफी ज्यादा महत्वपूर्ण बताया है। जिससे अमेरिका की सुरक्षा बनी रहेगी।