
जालौन। यशवंतपुर से गोरखपुर जाने वाली सुपरफास्ट ट्रेन में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। ट्रेन संख्या 12592 में सवार एक यात्री अज्ञात कारणों से ट्रेन की छत पर चढ़ गया, जहां ओवरहेड इलेक्ट्रिक वायर की चपेट में आकर वह गम्भीर रुप से झुलस गया, आनन फानन में रेल कर्मियों ने उसे इलाज के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया जहां उसका इलाज जारी है।
जानकारी के अनुसार, यात्री की पहचान खजुरिया चंपारण, बिहार निवासी नंदकिशोर महतो (52 वर्ष) पुत्र खुशी महंतो के रूप में हुई है। वह अपने साथी लीलाधर के साथ यशवंतपुर से गोरखपुर जनरल कोच में यात्रा कर रहा था। लीलाधर ने बताया कि ट्रेन में भारी भीड़ थी, नंदकिशोर कब छत पर चढ़ गया, इसका पता ही नहीं चल पाया।
जब ट्रेन सुबह करीब 5:27 बजे उरई स्टेशन पर रुकी, तभी पता चला कि कोई यात्री छत पर ओएचई की चपेट में आकर बुरी तरह जल गया है। बताया गया है कि यात्री उरई स्टेशन पर ट्रेन की छत से उतरने की कोशिश कर रहा था। इसी दरम्याज वह विधुत तारो की चपेट में आ गया। सूचना पर मौके पर आरपीएफ ने तत्काल कार्रवाई करते हुए घायल यात्री को मेडिकल भिजवाया, लेकिन उसकी हालत गंभीर बनी रही। जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
इस हादसे के कारण ट्रेन को उरई स्टेशन पर करीब 30 मिनट तक रोके रखना पड़ा। ट्रेन सुबह 5:27 बजे पहुंची और 6:05 बजे के करीब रवाना हो सकी।
प्रशासन और रेलवे की लापरवाही पर उठे सवाल
लोगों का कहना है कि ट्रेन में भीड़ नियंत्रण और यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते। अगर समय रहते आरपीएफ और रेलवे कर्मचारी सतर्क होते तो ऐसी घटना को टाला जा सकता था।
उक्त प्रकरण में जब उरई स्टेशन अधीक्षक एस के खरे से बात की गई तो वह गोलमोल जबाब देते नजर आए। मामले में जांच की जा रही है।
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