
- ग्राम प्रधान और पंचायत अधिकारी पर गंभीर आरोप, SDM ने BDO को दिए सख्त निर्देश
पूरनपुर, पीलीभीत। पूरनपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम सुआबोझ निवासी 80% दिव्यांग सर्वेश कुमार पुत्र रामदास ने शनिवार को थाना समाधान दिवस में पहुंचकर अपनी पीड़ा अधिकारियों के सामने रखी। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ₹5000 की रिश्वत ली थी।
न आवास मिला, न पैसे लौटाए –
दिव्यांग का आरोप है कि रिश्वत देने के महीनों बाद भी उसे आवास नहीं मिला। जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो ग्राम प्रधान ने यह कहकर टाल दिया कि “पैसे पंचायत अधिकारी को दे दिए हैं।” इस जवाब से हताश होकर दिव्यांग युवक किसी तरह लाठी के सहारे समाधान दिवस में पहुंचा।
नायब तहसीलदार ने खुद छोड़ी कुर्सी –
दिव्यांग की हालत देखकर नायब तहसीलदार ऋषिकांत दीक्षित मंच छोड़कर खुद उसके पास पहुंचे, उसे कुर्सी पर बैठाया और पूरी बात गंभीरता से सुनी। मौके पर मौजूद अन्य अधिकारियों और फरियादियों ने भी इस दृश्य को देखा।
SDM ने दिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश –
थोड़ी देर में उपजिलाधिकारी अजीत प्रताप सिंह भी समाधान दिवस में पहुंचे और उन्होंने खंड विकास अधिकारी को फोन पर सख्त निर्देश दिए कि:
- दिव्यांग को उसके ₹5000 तुरंत वापस दिलाए जाएं
- उसकी पात्रता की जांच कर आवास योजना के अंतर्गत लाभ दिलाया जाए
- क्या अब गरीबों को आवास भी रिश्वत से मिलेगा ?
यह मामला केवल एक व्यक्ति की शिकायत नहीं है, बल्कि एक पूरी व्यवस्था की सड़ांध को उजागर करता है। जहां एक दिव्यांग को योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए, वहां उससे पैसा लेकर उसका हक छीना जा रहा है।