
उमरिया : जिले का विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व जहां बाघ दर्शन के लिये प्रसिद्ध है तो वहीं वन्य जीव और मानव द्वंद के लिए भी उतना ही प्रसिद्ध है। पनपथा रेंज में ही अप्रैल माह में ही महुआ बीनने गई महिला को बाघिन ने मौत के घाट उतार दिया था, जबकि एक व्यक्ति को घायल कर दिया सोमवार को फिर ग्राम कुशमहा निवासी राजबली बैगा को उसी बाघिन ने हमला कर घायल कर दिया और शाम को करीब 6 बजे उप सरपंच निर्जन बाई के पति बुल्लू बैगा पिता परशू बैगा उम्र 50 वर्ष पर हमला कर घायल कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि ये बाघिन कई लोगों को मार चुकी है और कई लोगों को घायल कर चुकी है, लेकिन पार्क प्रबंधन मात्र औपचारिकता निभाने के लिए समझाइश देता है और बाघिन को कहीं भी शिफ्ट करने का प्रयास नही करता है।
वहीं सरपंच ग्राम पंचायत कुसमहा सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि दिन में करीब 3 बजे राजबली बैगा पनपथा जा रहा था तभी ग्राम कोठिया और कुसमहा के बीच गिडरी नाला के पास झाड़ियों में अपने दो शावकों के साथ छिपी बैठी बाघिन ने हमला कर दिया। जिसे घायल को मानपुर अस्पताल पहुंचाया और शाम को फिर उप सरपंच निर्जन बाई के पति बुल्लू बैगा के ऊपर हमला कर घायल कर दिया जिसको वन विभाग की टीम ने मानपुर अस्पताल में भर्ती करवाया है और मंगलवार सुबह हाथी लेकर वन विभाग की टीम बाघिन को खदेड़ने के लिए लगी हुई है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि बाघिन को ट्रैप कर कहीं बाड़े में रखें ताकि ग्रामीणों को सुरक्षा मिल सके।