
नई दिल्ली। माली के कायस शहर में सोमवार को एक जहरीली घटना में तीन भारतीय नागरिकों का अपहरण कर लिया गया है। यह घटना माली की डायमंड सीमेंट फैक्ट्री के पास हुई, जब सशस्त्र हमलावरों ने अचानक धावा बोलकर भारतीय मजदूरों को बंधक बना लिया। इस घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है।
भारत सरकार ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है और तुरंत ही माली सरकार से इस मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया है। भारत ने कहा है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है और उनके सुरक्षित और जल्द रिहाई के लिए हर संभव कदम उठाने का समर्थन करता है। भारत ने माली सरकार से अपहृत भारतीयों का सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने की अपील की है।
आशंका जताई जा रही है कि इस अपहरण में आतंकवादी संगठन अल-कायदा का हाथ हो सकता है। हालांकि, अभी तक किसी भी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जांच एजेंसियां इस मामले की विस्तृत छानबीन कर रही हैं।
यह घटना उस समय हुई है जब माली में सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, और आतंकवादियों की गतिविधियों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भारतीय नागरिकों का यह अपहरण अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी चिंता का विषय बन गया है, जो इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग कर रहा है।
माली सरकार ने घटना की जांच का आश्वासन दिया है और कहा है कि वह अपहर्ताओं को पकड़ने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। भारत और माली के बीच इस संवेदनशील मामले में सहयोग जारी है, और भारतीय दूतावास लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।