
बेंगलुरु। यहां के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में 4 जून 2025 को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में आरसीबी के मार्केटिंग ऑफिसर सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरसीबी के मार्केटिंग चीफ निखिल सोसाले के अलावा इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के तीन अधिकारी भी शामिल हैं। गिरफ्तारी के समय निखिल सोसाले मुंबई जाने के लिए बेंगलुरु हवाई अड्डे की तरफ जा रहे थे।

बता दें कैबिनेट बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) को आरसीबी, डीएनए इवेंट मैनेजर्स और कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) के प्रतिनिधियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने गुरुवार को बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया तथा वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सीमांत कुमार सिंह को अगले आदेश तक बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्त किया। मुख्यमंत्री ने आरसीबी टीम, इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के प्रतिनिधियों की गिरफ्तारी का भी आदेश दिया था। इसके कुछ ही घंटों बाद उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित विभिन्न आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
राज्य सरकार की यह कार्रवाई भाजपा के चौतरफा हमले के बीच आई है, जिसने सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के इस्तीफे की मांग की है तथा सरकार पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है। सिद्धरमैया ने कहा, मंत्रिमंडल की बैठक हुई और त्रासदी पर विस्तार से चर्चा की गई। कैबिनेट ने अपने विवेक से इस घटना की जांच कर्नाटक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश माइकल कुन्हा की अध्यक्षता वाले एक सदस्यीय न्यायिक आयोग को सौंपने का निर्णय लिया है और हमने आयोग से 30 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा है।