
Pakistan Jaffar Express: बुधवार को बलूचिस्तान के गुडलार और पीरू कुनरी इलाकों में विद्रोहियों ने ट्रेन पर हमला किया. हमले के बाद, सेना ने दावा किया कि सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराया गया. गुरुवार को 25 शव क्वेटा लाए गए. कैद से छूटे यात्री बताते हैं कि हमलावरों ने पहले ट्रेन की पटरी में विस्फोट किया था, और फिर रॉकेट लांचर, बंदूकों और अन्य हथियारों से हमला किया. यात्रियों से उनकी पहचान पूछी गई और उन्हें अलग-अलग समूहों में बांट दिया. कई यात्रियों को सामने ही मार डाला गया. एक यात्री ने बताया कि आतंकवादी खासकर उन लोगों को निशाना बना रहे थे, जो विरोध करते थे.
ट्रेन चालक अमजद ने बताया कि विद्रोही खिड़कियां तोड़कर ट्रेन में घुसे, लेकिन चालक और उसके साथी इंजन के नीचे छिप गए. अमजद ने कहा कि उन्हें लगा कि वे मर चुके हैं, लेकिन 27 घंटे तक छिपे रहने के बाद किसी तरह बच पाए. इस बीच, यात्रियों ने बताया कि लोग सिर्फ पानी पीकर जिंदा रहे. ट्रेन से भागने की कोशिश करने वाले कई लोग गोलियों से मारे गए.
36 घंटे ट्रेन के भीतर अटकी रही सांसे
एक अन्य यात्री, इशाक नूर ने बताया कि गोलीबारी के दौरान उनकी सांस रुकी हुई थी. उन्हें नहीं पता था कि क्या होगा. जब एक घंटे बाद गोलीबारी रुकी, तो विद्रोहियों ने ट्रेन का दरवाजा खोला और यात्रियों को बाहर निकालना शुरू किया. एक यात्री ने बताया कि जब उसने अपनी पत्नी के बारे में पूछा, तो विद्रोहियों ने उसे बाहर निकाल लिया.
पाकिस्तान की सरकार पर झूठ बोलने का आरोप
इस घटना के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बलूचिस्तान का दौरा किया और इसे पाकिस्तान के इतिहास का एक अनोखा और दुखद घटना बताया. हालांकि, बीएलए ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान सरकार झूठ बोल रही है और यह संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है.