ये हैं भारत के प्रसिद्ध गुरुद्वारे: जहां एक बार जरुर जाए

भारत में सिख धर्म के अनुयायी दुनिया भर में अपनी आस्था और भक्ति के लिए प्रसिद्ध हैं। सिख धर्म के संस्थापक, गुरु नानक देव जी से लेकर अंतिम गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी तक, सभी गुरुओं ने समाज में समानता, प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। इस धर्म के अनुयायी हर साल अपनी आस्था के प्रतीक गुरुद्वारों में श्रद्धा और भक्ति से माथा टेकने जाते हैं। भारत में कई प्रसिद्ध गुरुद्वारे हैं जो धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख गुरुद्वारों के बारे में

1. स्वर्ण मंदिर (हरमिंदर साहिब), अमृतसर

स्वर्ण मंदिर, जिसे हरमिंदर साहिब भी कहा जाता है, भारत का सबसे प्रसिद्ध गुरुद्वारा है और सिखों का सबसे पवित्र स्थल भी। यह अमृतसर, पंजाब में स्थित है। स्वर्ण मंदिर की भव्यता और उसकी ऐतिहासिकता सिखों के लिए अत्यधिक महत्व रखती है। यह गुरुद्वारा अपनी भव्यता के कारण न केवल धार्मिक बल्कि पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है।

2. गुरुद्वारा श्री पटना साहिब, पटना

गुरुद्वारा श्री पटना साहिब, बिहार के पटना में स्थित है और यह सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म स्थल है। यह गुरुद्वारा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी यह एक प्रमुख स्थल है। यहाँ हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

3. गुरुद्वारा श्री नांदेड़ साहिब, महाराष्ट्र

गुरुद्वारा श्री नांदेड़ साहिब, महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर में स्थित है और यह सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के अंतिम निवास स्थान के रूप में जाना जाता है। यहाँ पर गुरु गोबिंद सिंह जी ने ‘दस ग्रंथ’ की रचना की थी, जो सिख धर्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

4. गुरुद्वारा बंगला साहिब, दिल्ली

गुरुद्वारा बंगला साहिब, दिल्ली के प्रमुख गुरुद्वारों में से एक है। यह दिल्ली के कनॉट प्लेस के पास स्थित है और यहाँ सिखों के चौथे गुरु, गुरु राम दास जी की याद में एक मंदिर बना हुआ है। इस गुरुद्वारे में एक प्रसिद्ध सरोवर भी है जिसमें श्रद्धालु स्नान करते हैं और अपनी आत्मिक शांति के लिए यहाँ आते हैं।

5. गुरुद्वारा तक्षशिला साहिब, बटाला

गुरुद्वारा तक्षशिला साहिब, पंजाब के बटाला में स्थित है। यह गुरुद्वारा सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर जी की याद में बनाया गया था। यहाँ हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और यहाँ की धार्मिक माहौल में शांति का अनुभव करते हैं।

6. गुरुद्वारा श्री आनंदपुर साहिब, पंजाब

गुरुद्वारा श्री आनंदपुर साहिब, पंजाब के रोपड़ जिले में स्थित है और यह सिख धर्म के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने यहाँ पर खालसा पंथ की स्थापना की थी। यह गुरुद्वारा न केवल धार्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण है।

7. गुरुद्वारा श्री हरसिद्धी साहिब, लुधियाना

गुरुद्वारा श्री हरसिद्धी साहिब, लुधियाना के बाहरी इलाके में स्थित है और यहाँ श्रद्धालु विशेष रूप से गुरु नानक देव जी के समय के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आते हैं। यह गुरुद्वारा स्थानीय लोगों के बीच एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है।

8. गुरुद्वारा श्री शहीद साहिब, श्री फतेहगढ़ साहिब

गुरुद्वारा श्री शहीद साहिब, पंजाब के श्री फतेहगढ़ साहिब में स्थित है। यह गुरुद्वारा गुरु गोबिंद सिंह जी के दो छोटे साहिबजादों, जिनका नाम ज़ोरावर सिंह और फतेह सिंह था, की शहादत की याद में बनाया गया है। यहाँ पर श्रद्धालु हर साल शहीदी दिवस के अवसर पर बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं।

9. गुरुद्वारा श्री गुरु दरबार साहिब, सिरसा

गुरुद्वारा श्री गुरु दरबार साहिब, हरियाणा के सिरसा जिले में स्थित है और यह गुरुद्वारा गुरु नानक देव जी से जुड़ा हुआ है। यह स्थान सिख धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।

10. गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब, पाकिस्तान

गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान के नवांशहर जिले में स्थित है और यह सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी की याद में है। यह गुरुद्वारा बहुत ही ऐतिहासिक है, क्योंकि गुरु नानक देव जी ने अपना अंतिम समय यहीं बिताया था। यह गुरुद्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच एक धार्मिक और सांस्कृतिक संवाद का प्रमुख केंद्र है।

इन गुरुद्वारों का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व न केवल सिखों के लिए, बल्कि समस्त मानवता के लिए है। इन स्थानों पर जाकर व्यक्ति आत्मिक शांति और भक्ति का अनुभव करता है।

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