
भारत में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की भारी फीस के कारण कई छात्रों का डॉक्टर बनने का सपना अधूरा रह जाता है। लेकिन दुनिया के कुछ ऐसे देश हैं, जहां कम खर्च में उच्च गुणवत्ता वाली मेडिकल शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। इनमें बेलारूस, कजाकिस्तान, रूस, फिलीपींस और चीन प्रमुख हैं, जो भारतीय छात्रों के लिए एमबीबीएस की पढ़ाई के बेहतरीन और किफायती विकल्प साबित हो रहे हैं।
बेलारूस एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए दुनिया के सबसे सस्ते देशों में से एक है। यहां रहने का खर्च मात्र 15 से 20 हजार रुपये प्रति माह और पूरी पढ़ाई का खर्च लगभग 26 से 28 लाख रुपये तक आता है। बेलारूस की मेडिकल डिग्री WHO और NMC से मान्यता प्राप्त है और यहां की शिक्षा अंतरराष्ट्रीय स्तर की मानी जाती है।
कजाकिस्तान भी भारतीय छात्रों के बीच लोकप्रिय है। यहां एमबीबीएस कोर्स 5 साल का होता है और एडमिशन के लिए 12वीं कक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत अंक जरूरी हैं। कोर्स पूरा करने के बाद भारत में प्रैक्टिस के लिए FMGE परीक्षा पास करनी होती है। यहां पढ़ाई का कुल खर्च लगभग 25 से 26 लाख रुपये तक होता है।
रूस भारतीय छात्रों की पहली पसंद में से एक है। यहां एमबीबीएस की अवधि 6 वर्ष होती है और अधिकांश विश्वविद्यालय इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई कराते हैं। रूस की यूनिवर्सिटीज का लंबा इतिहास और मजबूत मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर है। यहां कुल खर्च लगभग 29 से 30 लाख रुपये आता है।
फिलीपींस भी सस्ती और गुणवत्तापूर्ण मेडिकल एजुकेशन के लिए जाना जाता है। यहां मेडिकल पढ़ाई का मुख्य फोकस क्लीनिकल ट्रेनिंग और प्रैक्टिकल नॉलेज पर होता है। छात्रों को अनुभवी डॉक्टरों के साथ काम करने का मौका मिलता है। यहां पढ़ाई का खर्च लगभग 20 से 22 लाख रुपये होता है, और जरूरत पड़ने पर लोन सुविधा भी उपलब्ध है।
चीन में एमबीबीएस कोर्स की अवधि 6 साल की होती है, जिसमें 5 साल की पढ़ाई और 1 साल की इंटर्नशिप शामिल है। यहां कई यूनिवर्सिटीज स्कॉलरशिप भी देती हैं, जिससे खर्च और कम हो जाता है। प्रवेश के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी में कम से कम 50 प्रतिशत अंक आवश्यक हैं। चीन में पढ़ाई का कुल खर्च लगभग 29 से 30 लाख रुपये तक आता है और वहां की इंटर्नशिप भारत में वैध मानी जाती है।















