महाकुम्भ नगर. प्रयागराज महाकुम्भ मेला में मौनी अमावस्या व द्वितीय महा अमृत स्नान पर्व और तृतीय अमृत स्नान पर्व बसंत पंचमी के मौके पर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर सुगम आवागमन एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। हालांकि प्रशासनिक व चिकित्सीय वाहनों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। यह जानकारी शनिवार देर रात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने दी।
उन्होंने बताया कि 26 जनवरी की शाम 8 बजे से 5 फरवरी की शाम 8 बजे तक अथवा भीड़ समाप्ति तक महाकुम्भ मेला क्षेत्र में प्रशासनिक एवं चिकित्सीय वाहनों के अतिरिक्त सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।
श्रद्धालु निर्धारित पार्किंग में खड़ा करें वाहन, स्नान करने घाट तक पैदल जाय
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन निर्धारित स्थानों पर ही पार्किंग स्थलों पर खड़ा कराया जाएगा। जौनपुर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को चीनी मिल पार्किंग, पूरे सूरदास पार्किंग गारापुर रोड, समयामाई मंदिर कछार पार्किंग, बदरा सोनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी एवं दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। जौनपुर से आने वाले श्रद्धालु से अपील है कि अपने वाहनों को पार्किंग स्थल पर खड़ा करके पैदल ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहनों को महुबा बाग थाना झूंसी पार्किंग, सरस्वती पार्किंग झूंसी, नागेश्वर मंदिर पार्किंग, ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग, शिवमंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग में श्रद्धालु अपना वाहन खड़ा करेंगे।
मिर्जापुर से आने वाले श्रद्धालु देवरख उपरहार पार्किंग, टेंट सिटी पार्किंग, ओमेंक्स सिटी, गजिया पार्किंग उत्तरी व दक्षिणी पार्किंग में वाहन खड़ा करेंगे।
मध्य प्रदेश, बांदा चित्रकूट से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन महेवा पूरब व पश्चिम पार्किंग, मीरखपुर कछार पार्किंग में खड़ा करें। इसी क्रम में कानपुर कौशाम्बी से आने वाले श्रद्धालु काली एक्सटेशन प्लाट नम्बर 17 पार्किंग,इलाहाबाद डिग्री कालेज,पार्किंग दधिकांदो मैदान पार्किंग में वाहन खड़ा कराया जाएगा।
लखनऊ, प्रतापगढ़, अयोध्या, गोडा, बहराइच, बस्ती से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग, नागवासुकी पार्किंग, बक्शीबाध कछार पार्किंग, बड़ा बघाड़ा पार्किंग, आईईआरटी पार्किंग उत्तरी एवं दक्षिणी में अपना वाहन खड़ा करके संगम स्नान करने के लिए पैदल घाट तक जाएंगे।
संगम स्नान करके श्रद्धालु अक्षवट मार्ग होते हुए इंटर लाकिंग वापसी मार्ग होते हुए अपने गन्तब्य को रवाना हो जाएंगे।