नई दिल्ली । दिल्ली-देहरादून के बीच यात्रा अब तेज और सुविधाजनक हो जाएगी क्योंकि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर आशारोड़ी से गणेशपुर के बीच बने 29 किलोमीटर के एलिवेटेड रोड का निर्माण तकरीबन पूरा हो चुका है। इसका सफलतापूर्वक ट्रायल भी हो चुका है, जिससे यात्रियों के लिए यात्रा का समय एक घंटे से घटकर 15 मिनट रह जाएगा। नई सड़क के खुलने के बाद पुराने मार्ग को वन विभाग को सौंपा जाएगा, जो इसे जंगल के रूप में विकसित करेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के मुताबिक इस एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे का दिसंबर 2024 तक आम लोगों के लिए शुरू होने की उम्मीद है। इस पर हल्के वाहनों की गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई है। पुराने मार्ग के बंद होने के बाद इसे वन विभाग की देखरेख में वन्यजीव संरक्षण के लिए एक जंगल के रूप में विकसित किया जाएगा, जो पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा।
नए एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय घटेगा। आशारोड़ी से गणेशपुर के बीच का सफर जो पहले एक घंटे में तय होता था अब 15 मिनट में पूरा होगा। इस प्रकार दिल्ली के अक्षरधाम से बागपत के ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे तक का 32 किलोमीटर का सफर केवल 30 से 35 मिनट में पूरा होगा।
एक्सप्रेस-वे के पुराने मार्ग को वन विभाग को सौंपकर जंगल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह मार्ग राजाजी टाइगर रिजर्व और शिवालिक वन प्रभाग के जंगलों से गुजरता है, जिसे जंगल में बदलने से वन्यजीवों के संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को बढ़ावा मिलेगा। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के जरिए से दिल्ली और देहरादून के बीच का सफर न केवल कम समय में पूरा होगा, बल्कि यह यात्रियों के लिए ज्यादा सुविधाजनक और सुरक्षित भी रहेगा। इस परियोजना से यात्री समय और ईंधन की बचत कर सकेंगे और क्षेत्रीय विकास को भी गति मिलेगी। इस नए एक्सप्रेस-वे के संचालन से दिल्ली-देहरादून यात्रा का अनुभव आधुनिक और सुरक्षित बनेगा।