
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को तपोवन में राष्ट्रगान के साथ सुबह 11 बजे आरंभ हुआ। संविधान दिवस के अवसर पर सदन में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई और सभी सदस्यों को इसकी प्रति उपलब्ध कराई गई।
यह पहला अवसर है जब शीतकालीन सत्र आठ दिन तक चलेगा, जबकि पहले इसे सात दिनों तक सीमित रखा जाता था। इस दौरान कुल आठ बैठकें होंगी।
सदन ने पूर्व विधायक स्व. बाबू राम गौतम के प्रति शोकोद्गार प्रस्ताव पारित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रस्ताव पर जयराम ठाकुर सहित अन्य विधायक भी चर्चा में शामिल होंगे।
पत्रकार वार्ता पर नई व्यवस्था
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने स्पष्ट किया कि विधानसभा परिसर में केवल विधायक ही प्रेस वार्ता कर सकेंगे। अन्य किसी व्यक्ति को परिसर के भीतर प्रेस कॉन्फ्रेंस की अनुमति नहीं होगी। हालांकि परिसर के बाहर प्रेस से बात करने पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।
सत्र में होंगे 744 सवाल
सत्र के दौरान विधायकों द्वारा कुल 744 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनमें 604 तारांकित और 140 अतारांकित शामिल हैं। साथ ही—
- नियम 62 के तहत 11 सूचनाएँ
- नियम 63 के तहत 4
- नियम 101 के तहत 7
- नियम 130 के तहत 16
- नियम 324 के तहत 1 सूचना
प्राप्त हुई है।
28 नवंबर और 4 दिसंबर को गैर सरकारी कार्यों के लिए दिन निर्धारित किए गए हैं।
इन मुद्दों पर गरमाएगा तपोवन
प्रश्नों व सूचनाओं में मुख्य रूप से ये विषय शामिल रहेंगे—
- आपदा प्रबंधन और भारी बारिश से हुए नुकसान
- बाढ़ एवं प्राकृतिक आपदाओं पर सरकार की तैयारी
- स्कूलों का विलय, शिक्षा एवं स्वास्थ्य संस्थानों का उन्नयन
- सड़क व पुल निर्माण, स्वीकृत परियोजनाओं की डीपीआर
- रिक्त पदों पर नियुक्तियाँ
- पर्यटन, उद्यान एवं पेयजल आपूर्ति
- नशा रोकथाम, परिवहन व्यवस्था और आपराधिक मामले
सत्र को सुचारु रूप से चलाने हेतु विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाने की जानकारी भी दी।














