
Jharkhand : झारखंड के रामगढ़ जिले के बासल थाना क्षेत्र के लेम गांव स्थित महली टोला में शुक्रवार की सुबह करीब 9 बजे एक भयावह घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। यहां एक पत्नी ने अपने पति पर तड़प-तड़प कर जान ले लेने का आरोप लगाया है। पत्नी का दावा है कि यदि उसने ऐसा नहीं किया होता, तो पति उसे मार डालता। आरोपी पत्नी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि वह पति की प्रताड़ना से तंग आ चुकी थी।
घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की मां दुग्गी देवी और छोटा भाई पियस उरांव मौके पर पहुंचे। घर में मातम पसरा हुआ था। मृतक की मां ने अपने बेटे की हत्या को लेकर सख्त सजा की मांग करते हुए कहा, “कम से कम सजा दीजिए साहब, छोटे-छोटे बच्चे हैं, कौन इन्हें देखेगा?”
पत्नी का आरोप- पति नशे में पीटता था
किरण देवी ने रोते हुए बताया कि पति शराब के नशे में घर में मारपीट करता था। दोनों की तीन बच्चे हैं- बड़ी बेटी पूजा 5 साल, बेटी मिस्टी 3 साल, और छोटा बेटा अयांश 2 साल का है। 2018 में पति की प्रताड़ना से तंग आकर वह मायके चली गई थी, लेकिन सास के कहने पर वापस लौटी। उसने कहा, “अगर मैंने नहीं मारा होता, तो वह मुझे भी मार डालता।”
मृतक अशोक उरांव पर पहले भी हत्या का आरोप है। 2015 में उसने गांव के ही एक युवक की टांगी से हत्या कर दी थी। जेल में भी पांच साल बिताने के बाद वह घर लौटा था, लेकिन शराब की लत और विवाद में उलझा रहा।
पुलिस गिरफ्त में आई किरण अपने दो बेटियों पूजा और मिस्टी का पालन-पोषण दादी के साथ कराने की योजना बना रही है। वहीं, छोटा बेटा अयांश अभी भी मां के साथ जेल में रहेगा। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है, और बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी अब दादी पर आ गई है।
आश्चर्यजनक बात यह है कि मृतक अशोक ने ही 2015 में एक गांव के युवक की हत्या की थी और जेल से बाहर आने के बाद भी शराब से पीछा नहीं छुड़ा पाया।
घटना के समय पिता का शव घर के बाहर पड़ा था। तीनों बच्चे आंगन में खटिया पर खेल रहे थे। मोबाइल पर बात हो रही थी, जिसमें तीन साल की बच्ची मिस्टी ने फोन पर कहा, “तोहर बप्पा कहा हव,” और जवाब में उसकी मासूम आवाज़ में कहा गया, “मर गेलव तो।” बच्चों का मासूमियत भरा यह संवाद देखकर मौजूद लोग स्तब्ध रह गए।
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