
गोरखपुर। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पास गुरुवार तड़के 3:00 बजे एक सड़क हादसा हुआ, जिसमें दो युवक घायल हो गए और एक की मृत्यु हो गई। इस दुर्घटना में कार के परखच्चे उड़ गए। कैंट पुलिस ने घायलों को एम्स में भर्ती कराने के साथ ही दुर्घटना की सूचना स्वजन को दी। यह घटना बहुत ही दुखद और भयावह है। यह सड़क हादसा बारातियों के लिए एक त्रासदी बन गया। तेज रफ्तार और ब्रेकर के कारण कार का संतुलन बिगड़ना एक बड़ी वजह बन गई, जिससे एक व्यक्ति की जान चली गई और दो अन्य घायल हो गए। यह सच है कि ब्रेकर का अधिक ऊंचा होना हादसों को बढ़ाता है, जैसा कि स्थानीय लोग भी कह रहे हैं।
संतकबीरनगर के मेहदावल थाना क्षेत्र स्थित सांडेकला गांव से बुधवार को बारात चौरी चौरा आई थी, और तीनों युवक गहने छूट जाने के कारण उन्हें लेने रात में ही मेंहदावल गए थे। गहने लेकर वे बारात में लौट रहे थे कि एमएमयूटी के पास बने ब्रेकर से उनकी कार अचानक उछल गई और डिवाइडर से टकरा गई। रफ्तार तेज होने की वजह से कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हाे गई। इस दुर्घटना में सांडेकला गांव के रहने वाले उमेश यादव (30) की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि गांव के रहने वाले आनंद गुप्ता (27) और नितेश यादव (24) गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की जानकारी पुलिस ने स्वजन को दी तो घर में मातम पसर गया। बारात में आए गांव के लोग एम्स पहुंच गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह ब्रेकर जरूरत से ज्यादा ऊंचा और चौड़ा बना हुआ है, जिससे आए दिन यहां हादसे होते रहते हैं। वाहन चालकों के अनुसार, यह ब्रेकर इतनी खराब स्थिति में है कि रात के समय या तेज गति से गुजरते हुए अचानक उछाल मारने से वाहन चालक संतुलन खो देते हैं। स्थानीय दुकानदार ने बताया यहां हर कुछ दिनों में कोई न कोई हादसा होता ही रहता है। कई बार हमने प्रशासन से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दुर्घटना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो घायलों को अस्पताल ले जाने के बाद कार की तलाशी ली गई। इस दौरान वाहन में गहनों से भरा बैग मिला, जिसे इंजीनियरिंग कॉलेज चौकी प्रभारी उदयभान सिंह ने अपने कब्जे में ले लिया।