वर्षो का इंतजार कल होगा खत्म, गंगाजल से बुझेगी ग्रेनो वासियों की प्यास


घरों में पहुंचेगा मिश्रित गंगाजल, मुख्यमंत्री योगी करेंगे परियोजना का लोकार्पण

भास्कर समाचार सेवा

ग्रेटर नोएडा। वर्षो से गंगाजल की आपूर्ति का इंतजार कर रहे ग्रेटर नोएडा वासियों का इंतजार कल यानी एक नवंबर को खत्म हो जाएगा। जब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंगाजल परियोजना का लोकार्पण करेंगे। शहरवासियों के लिए यह बड़ी सौगात होगी। इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा के 28 सेक्टरों में मिश्रित गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। परियोजना से जुड़े सभी काम पूरे कर लिए गए हैं। लाइनों का सफल परीक्षण किया जा चुका है। गंगाजल के लिए ग्रेटर नोएडावासियों को 17 सालों का लंबा इंतजार करना पड़ा। दरअसल अपर गंगा कैनाल (हापुड़) से 85 क्यूसेक गंगाजल लाने की योजना वर्ष 2005 में बनी थी। महत्वपूर्ण परियोजना होने की वजह से ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण इसको लेकर काफी गंभीर रहा। शहरवासियों को भी गंगाजल का बेसब्री से इंतजार रहा। लेकिन परियोजना के रास्ते में जमीन अधिग्रहण, सरकारी विभागों से अनुमति, बजट की कमी, किसानों का विरोध आदि बाधाएं आने की वजह से लेटलतीफी का शिकार हो गई। वर्ष 2012 से 2014 के बीच ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में जलापूर्ति नेटवर्क तैयार कर लिया गया था। वहीं 2017 के बाद देहरा से जैतपुर तक 23 किमी की पाइपलाइन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट व देहरा में इंटेक (प्रारंभिक ट्रीटमेंट प्लांट) के निर्माण के कार्य शुरू किए गए। देहरा से 7.4 किमी की पाइप लाइन सिंचाई विभाग की जमीन से होकर जानी थी,जिसको ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 2018 तक पूरा कर लिया। उसके आगे एनटीपीसी से जमीन लेकर पाइप लाइन बिछाई गई। पल्ला के पास दिल्ली- हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे से पाइपलाइन डालने का काम हुआ। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से पाइपलाइन को पार करते हुए दिसंबर 2021 में गंगाजल पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंच गया। इस बीच कुछ किसान पल्ला में बने डब्ल्यूटीपी पर धरने पर बैठ गए,जिसके चलते काम रुक गया। परियोजना की महत्ता को देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ सुरेंद्र सिंह के निर्देश पर एसीईओ अदिति सिंह ने किसानों से वार्ता कर बीते 1 जुलाई को धरना समाप्त कराया और फिर इस महत्वपूर्ण परियोजना पर आगे का काम तेजी से शुरू हुआ। इस तरह कई बाधाओं को पार करते हुए महत्वपूर्ण परियोजना को पूरा करने में सफलता मिली। गंगाजल परियोजना ग्रेटर नोएडावासियों के लिए बड़ी सौगात है। प्रथम चरण में ग्रेटर नोएडा ईस्ट के अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा समेत बिल्डर एरिया के 28 सेक्टरों में मिश्रित गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में दूसरे चरण में गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी।
गंगाजल परियोजना एक नजर में-
. 2005 में गंगा जल परियोजना की घोषणा की गई।
. फरवरी 2019 में दिल्ली- हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे काम करने की अनुमति
. 3 जुलाई 2019 में एनटीपीसी दादरी से मिली एनओसी
. जून 2021 में वन विभाग ने दी काम करने की अनुमति
. जुलाई 2021 में आईओसीएल से पाइप लाइन डालने की अनुमति
. अक्टूबर 2021 में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से लाइन डालने की अनुुुमति
. दिसंबर 2021 में पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंचा गंगाजल
. किसानों के विरोध के चलते दिसंबर 2021 से 01 जुलाई 2022 तक काम अटका।

डाटा सेंटर, स्ट्रीट लाइट का लोकार्पण व कुछ अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास आज करेंगे सीएम योगी
दो दिवसीय भ्रमण पर गौतमबुद्धनगर आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 31 अक्टूबर को ग्रेटर नोएडा में बने डाटा सेंटर व स्ट्रीट लाइट का लोकार्पण व यमुना प्राधिकरण व नोएडा प्राधिकरण की कुछ परियोजनाओं का शिलान्यस करेंगे। वहीं सीएम योगी 1 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की महत्वपूर्ण परियोजना गंगाजल का लोकार्पण करेंगे।

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