लखनऊ। राजधानी लखनऊ में भी अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला लखनऊ के एक अस्पताल-लैब संचालकों ने कोविड पोर्टल में भी सेंध लगा दी है. दरअसल, एक मरीज की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के नाम में बदलाव करने का मामला सामने आया है. कोविड रिपोर्ट देखने के बाद शक होने पर सीएमओ ने जांच कराई. जांच में पता चला कि रिपोर्ट में बदलाव किया गया है. इस मामले में सीएमओ ने मुकदमा दर्ज कराया. अब पुलिस एक्सपर्ट की मदद से रिपोर्ट बदलने वालों की तलाश में जुटी हुई है।
कोविड रिपोर्ट में किया गया फेरबदल
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक कोरोना को लेकर दो पोर्टल का संचालन हो रहा है. पहला आईसीएमआर और दूसरा स्टेट कोविड पोर्टल है. क्षेत्र में कैंट स्थित बर्लिंग्टन निवासी सिराज इकबाल ने 30 जनवरी को कोरोना की जांच कराई थी. उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इस रिपोर्ट में फेरबदल किया गया. रिपोर्ट की असलियत पता लगाने के लिए मरीज ने सीएमओ कार्यालय में संपर्क किया।
30 जनवरी को आई थी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट
इस मामले में अधिकारियों ने केजीएमयू में संपर्क किया तो पता चला कि आईसीएमआर के पोर्टल पर नमूने देने वाले का नाम वसीम (48) दर्ज है. वहीं यूपी के कोविड पोर्टल पर इसी नमूने की आईडी पर सिराज इकबाल (64) का नाम दर्ज है. सिराज का नमूना 29 जनवरी को मलिहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लिया गया था. वहीं, जब मलिहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ने मामले की जांच की तो पता चला नमूने की आईडी पर तरौना गांव निवासी वसीम का नाम दर्ज है. 30 जनवरी की रात करीब 12 बजे उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है. जांच रिपोर्ट में पाया गया कि यूपी के कोविड पोर्टल से छेड़छाड़ हुई है. फर्जीवाड़ा कर किसी ने 46 वर्षीय वसीम की जगह 64 वर्षीय सिराज इकबाल का नाम लिखा गया है।
पासवर्ड बदलने को लिखा पत्र
डिप्टी सीएमओ व जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. मिलिंद वर्धन ने मामले की सूचना स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को दी. ऐसे पत्र लिखकर पोर्टल का पासवर्ड बदलने को कहा है. साथ ही जिला सर्विलांस अधिकारी द्वारा मामले को लेकर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।