- कक्षा नौ का था छात्र, मां ने समझा कर रहा पढ़ाई, भाई ने दरवाजा तोड़कर देखा तो उड़े होश
लखनऊ। राजधानी के मलिहाबाद थाना क्षेत्र में अंधी मां के 17 साल के बेटे ने खुदकुशी कर हमेशा के लिए खामोश हो गया। बाहर बैठी अंधी मां समझती रही की बेटा पढ़ाई कर रहा लेकिन काम पर गए दूसरा बेटा जब शाम लौटा तो पूछा भाई मां कहां कमरे जब आवाज तो कोई जवाब नहीं मिला घर में हलचल सुनकर पड़ोसी भी आ गए दरवाजा तोड़ तो अनीश पंखे से फंदे के सहारे झूल रहा था।
आनन फानन में नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बताते चलें कि गीता जो नेत्रहीन है, अपने दो बेटों के साथ मोहम्मद नगर रहमत नगर में रहती है। उनका बड़ा बेटा अन्नू और छोटा बेटा अनीश जो 17 साल का और कक्षा नौ में पढ़ाई करता जिसने फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली।
पुलिस के अनुसार शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया आत्महत्या का कारण साफ नहीं वहीं परिजन रो रोकर बेहाल है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही।