
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज इन दिनों टेस्ट क्रिकेट में अपनी लय से जूझते नजर आ रहे हैं। हाल ही में हुए लीड्स टेस्ट में भी उनकी गेंदबाजी फीकी रही और वह केवल दो विकेट ही निकाल सके। इस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा, जिसमें सिराज की खराब गेंदबाजी और टीम की कमजोर फील्डिंग बड़ी वजह बनी।
हालांकि भारतीय बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में अच्छा प्रदर्शन किया और टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया, लेकिन गेंदबाजी यूनिट, खासकर बुमराह को छोड़कर बाकी गेंदबाज नाकाम रहे। नतीजतन, इंग्लैंड ने चौथी पारी में 371 रनों का विशाल लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया।
सिराज के प्रदर्शन पर सवाल
टीम इंडिया में जसप्रीत बुमराह के बाद मोहम्मद सिराज सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज माने जाते हैं। लेकिन पिछले एक साल में वह अपनी पहचान के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। सिराज से हर बार उम्मीद की जाती है कि वह टीम को शुरुआती सफलता दिलाएं, मगर हाल के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं।
पिछले 10 टेस्ट मैचों में सिराज के आंकड़े:
- कुल मैच: 10
- पारियां: 19
- विकेट: 28
- औसत: 37.50
- पांच विकेट का आंकड़ा: शून्य
जुलाई 2024 से अब तक खेले गए इन टेस्ट मैचों में सिराज की गेंदबाजी न तो धारदार रही और न ही निरंतरता दिखाई दी। उनके नाम एक भी पांच विकेट हॉल नहीं है, जो बताता है कि वह विपक्षी बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे हैं।
एजबेस्टन टेस्ट में होगा अग्निपरीक्षा
भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मुकाबला 2 जुलाई से एजबेस्टन में खेला जाएगा। मौजूदा समय में इंग्लैंड की टीम 1-0 से आगे है, और भारत को सीरीज में बने रहने के लिए इस मैच में जीत हासिल करना बेहद जरूरी होगा।
अगर जसप्रीत बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते इस मुकाबले से आराम दिया जाता है, तो सिराज पर तेज गेंदबाजी आक्रमण की पूरी जिम्मेदारी आ जाएगी। ऐसे में यह मैच सिराज के लिए न केवल खुद को साबित करने का, बल्कि टीम की वापसी में अहम भूमिका निभाने का भी मौका होगा।