दीपक गुप्ता
मथुरा(नौहझील)जिला पंचायत राज अधिकारी ने अनियमितता बरतने के आरोपी दो ग्राम पंचायत सचिवो को निलंबित कर बड़ी कार्रवाई की थी।जिसमें ग्राम पंचायत सुहागपुर सचिव नानकराम व ग्राम पंचायत नौहझील सचिव अनु कुमार थे।इस कार्रवाई से प्रधान व सचिवों में हड़कंप मच गया था।तो वहीं ग्राम पंचायत सुहागपुर के खिलाफ भी कार्रवाई के संकेत दिये थे।
नौहझील ब्लॉक की ग्राम पंचायत सुहागपुर में पंचायत घर का निर्माण भूमि प्रबंधन समिति सुहागपुर की बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार नियत स्थान पर न करा कर गौचरण की भूमि पर ग्राम सचिव व प्रधान ने करा दिया था।जिस पर लगातार तहसील दिवस में शिकायतें मिल थीं। जिस पर उप जिलाधिकारी मांट इंद्र नंदन सिंह द्वारा जांच की गई तो पाया गया कि निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रही है तथा पंचायत घर को गौचरण की भूमि पर बनाया जा रहा है। इस संबंध में जिला पंचायत अधिकारी किरण चौधरी द्वारा भी कई बार ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव को सख्त हिदायत दी गई थी लेकिन बावजूद इसके निर्माण कार्य बंद नहीं किया गया। इस पर उक्त अधिकारियों द्वारा पंचायत घर को तोड़ने का आदेश दिया गया।जिस पर अधिकारियों ने तुरंत अमल करते हुए गौचरण की भूमि पर बने पंचायत घर को तुड़वा दिया है,व इसमें खर्च की गई धनराशि को सचिव व प्रधान से रिकवरी के आदेश दिए गए हैं।
वर्जन- विकास खंड अधिकारी रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत सुहागपुर में ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव द्वारा मनमानी तरीके से गौचरण की भूमि पर बनाए गए पंचायत घर को छुड़वा दिया गया है।इसमें खर्च की गई धनराशि को ग्राम प्रधान व सचिव पर रिकवरी के आदेश दिए गए हैं।अब यह पंचायत घर भूमि प्रबंधन समिति सुहागपुर की बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार स्थान पर बनवाया जाएगा।
जिला पंचायत अधिकारी किरण चौधरी ने सख्त लहजे में कहा कि निर्माण कार्यों में नियमों एवं मानकों की अवहेलना कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।