
लखनऊ। डालीबाग में पुलिस महानिदेशक के पुराने कार्यालय के पास लखनऊ पुलिस का नया मुख्यालय बनेगा। यहां लखनऊ पुलिस से जुड़े सभी अधिकारी कार्यालय करेंगे, जिससे फरियादियों को भी राहत मिलेगी। पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर के नेतृत्व में एक टीम ने स्थल का निरीक्षण किया। डीसीपी मुख्यालय, अनिल यादव के अनुसार, भवन निर्माण के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने को कहा गया है। यह भवन आठ मंजिला होगा, जिसमें एडीजी जोन और आइजी रेंज के कार्यालय भी रहेंगे। अधिकारियों के कार्यालय अलग-अलग मंजिलों पर बनाए जाएंगे ताकि फरियादी बिना भटके सीधे संबंधित अधिकारी के पास जा सकें। इस भवन में बड़ी पार्किंग, कैफेटेरिया, मीटिंग हॉल और पुलिस कमिश्नर का गोपनीय कार्यालय भी होगा।
राज्य सरकार ने 13 जनवरी 2020 को नोएडा और लखनऊ में कमिश्नरेट प्रणाली लागू की थी, जिसके बाद एडीजी स्तर के अधिकारी को जिले में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई थी। इसी प्रणाली के तहत कमिश्नरेट मुख्यालय के लिए भूमि की तलाश शुरू हुई थी।
तीन साल पहले, पुलिस आयुक्त डीके बाकुर के कार्यकाल में इस भवन के निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, जिसमें 48.69 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान था। भवन की नींव 5 जनवरी 2022 को रखी गई थी। शुरू में, सेन रोड और बंदरियाबाग में सरकारी भवनों पर विचार किया गया था, लेकिन बाद में डालीबाग में स्थित पूर्व डीजीपी कार्यालय के पास भूमि को चुना गया। अब नए सिरे से डीपीआर तैयार किया जा रहा है, जिसके कारण बजट में वृद्धि की संभावना है।
यह भवन 3598 वर्गमीटर क्षेत्र में बनेगा, जिसे खाली पड़ी सरकारी भूमि पर स्वीकृति दी गई थी। हालांकि, निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है।
इस समय, कमिश्नरेट मुख्यालय पुरानी विधि विज्ञान प्रयोगशाला के भवन में स्थित है, लेकिन क्राइम ब्रांच का मुख्यालय विज्ञानपुरी स्थित कमिश्नरेट कार्यालय में स्थानांतरित किया जाएगा, जहां डीसीपी अपराध, एडीसीपी अपराध, एसीपी अपराध और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर कार्य करेंगे।
इसके अलावा, नगर निगम शहर के फ्लाईओवर के नीचे मल्टी-पर्पस सुविधाओं का निर्माण करेगा, जिस पर लगभग एक करोड़ रुपये खर्च होंगे। औरंगाबाद में वर्किंग वूमेन हास्टल के निर्माण के तहत 104 कमरे होंगे, और इंदिरानगर के पटेलनगर पार्क तथा कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी सेक्टर-जे में बरात घर बनाए जाएंगे। इसके अलावा, पांच करोड़ रुपये से विभिन्न चौराहों का सौंदर्यकरण भी किया जाएगा।
साइबर क्राइम सेल का कार्यालय भी नए स्थान पर स्थानांतरित होगा, और पुराने एसएसपी कार्यालय में वर्तमान में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) का कार्यालय स्थित है, जहां अब पुलिस कमिश्नर की कोर्ट भी बनेगी।