
पुलिस जांच में निर्दोष मिला बीनू का पति, थाने से छोड़ा

भास्कर ब्यूरो
कानपुर। बेटी के चरित्र पर आंख मूंदकर भरोसा करने का नतीजा था कि, एक निर्दोष को जेल भेजने की तैयारी थी। थाने में खाकी की सख्ती के साथ 24 घंटे गुजारने के बाद भी कोई ठोस कारण नजर नहीं आया तो पुलिस ने दूसरे एंगल से जांच करना शुरु किया। मोबाइल लोकेशन, सीडीआर और मोबाइल में आए एक मैसेज के जरिए चौबेपुर के बीनू शर्मा हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया। संजय का शक दुरुस्त था, उसकी पत्नी बीनू का अफेयर था। बीनू का प्रेमी भी शक करने लगा था, इसी झगड़े में तैश में आकर उसने चाकू घोंपकर बीनू को मार डाला। इसके बाद डर के कारण लाश को बगल के खंडहर में फेंककर भाग निकला था। गिरफ्तारी के बाद बीनू का कातिल प्रेमी अपनी मोहब्बत की दुहाई देते हुए मुखाग्नि देने की जिद पर अड़ा था, लेकिन पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
बीनू का न्योता और फिर छत पर झगड़ा
दरअसल, बीनू शर्मा का कातिल उसका प्रेमी अनुज दुबे ही निकला। पुलिस पूछताछ में अनुज ने कबूला कि, रविवार की रात उसने मिलने की इच्छा जताई तो बीनू ने उसे नौ बजे आने के लिए कहा। इस समय तक बीनू का पति संजय नौकरी करने के लिए होटल चला जाता था। अनुज ने बताया कि, उसका पांच साल से अफेयर था, वह बीनू का पति नहीं था लेकिन उसका ख्याल बिल्कुल पत्नी की तरह रखता था। प्रत्येक सोमवार को उसे गंगा स्नान कराने के लिए लेकर जाता था। अनुज का दावा है कि, उसके रिश्ते के बारे में संजय और बीनू के मायके वालों को मालूम था। पुलिस के मुताबिक, अनुज ने गिरफ्तारी के बाद बताया कि, रविवार की रात दस बजे वह बीनू से मिलने पहुंचा तो बच्चे नींद में थे। दोनों लोग छत पर गए तो उसने बीनू की बेवफाई पर बात करना चाहा तो नाराज होकर झगड़ा करने लगी। इसी दौरान तैश में आकर अनुज ने चाकू से उसका गला काट दिया। खून देखकर वह घबरा गया तो ईंट से चेहरा कुचलने के बाद लाश को उठाकर खंडहर में फेंक दिया।
अनुज का नाम सुनते ही जांच की दिशा घूमी
पूछताछ के दरमियान संजय शर्मा ने जैसे ही कहा कि, मैं क्यों, उसे से अनुज भी मार सकता है। अनुज कौन… इस सवाल पर संजय ने बीनू की प्रेम-कहानी सुनाई तो पुलिस जांच की दिशा घूम गई। बीनू के फोन की सीडीआर और अंतिम लोकेशन देखी गई तो बीनू ने आखिरी बार अनुज को फोन किया था। इसके अतिरिक्त बीनू के फोन के स्विच ऑफ होने से पहले लोकेशन भी रौतेपुर गांव में मिली, जोकि अनुज का गांव है। इसी स्थान पर अनुज का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ होने की जानकारी सामने आई तो पुलिस ने अनुज को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो अनुज के घर से बीनू का मोबाइल, हत्या में प्रयुक्त चाकू और घटनास्थल से कुछ दूर रक्तरंजित ईंट बरामद हो गई। अनुज ने बताया कि, हत्या के बाद उसने खून से सने कपड़ों को नहर में फेंका है। इस जानकारी के बाद एसीपी अमरनाथ ने नहर से रक्तरंजित वस्त्र भी बरामद करा लिये।
प्रेमिका को मुखाग्नि की जिद पर अड़ा कातिल प्रेमी
अनुज ने गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि, वह बीनू को बहुत प्यार करता था, उसकी सुख-सुविधा का ख्याल रखता था। बावजूद उसने दो अन्य लोगों से नाजायद रिश्ते बना लिये थे। एक व्यक्ति ने कुछ दिन पहले बीनू के साथ चैटिंग के स्क्रीनशॉट को इंस्ट्राग्राम पर शेयर किया था, जबकि दूसरे ने बीनू के साथ तस्वीर की डीपी लगाई थी। बीनू ने भी उस तस्वीर को सोशल मीडिया में शेयर किया था। एसीपी अमरनाथ और एडीसीपी से हाथ जोड़कर बीनू को मुखाग्नि देने की जिद करते हुए अनुज ने कहाकि, वह बीनू को मारना नहीं चाहता था, समझाने के दरमियान बीनू उल्टा-सीधा बोलने लगी तो तैश में आकर चाकू को चला दिया, जिससे उसका गला कट गया। अनुज ने बताया कि, वह सदैव छोटा चाकू अपने पास रखता है। बहरहाल, बीनू की प्रेम-कहानी के सफर के अंत के साथ एक निर्दोष जेल की सलाखों के पीछे पहुंचने से बच गया, जबकि बीनू की मां ने अपनी बेटी के चरित्र पर आंख मूंदकर भरोसा करते हुए तहरीर में दामाद संजय शर्मा को कातिल बता दिया था।