
नई दिल्ली। पितृपक्ष की ऐतिहासिक यात्रा 19 सितम्बर को दिल्ली से रवाना होगी। सबसे बड़ी व ऐतिहासिक 25 वीं सिल्वर जुबिली अस्थि कलश विसर्जन यात्रा देवोत्थान सेवा समिति (पंजी.)के तत्वावधान में आगामी 19 सितम्बर हजारो अनाम अस्थि कलशों के साथ हरिद्वार के लिए रवाना होगी। समिति के अध्यक्ष अनिल नरेन्द्र ने बताया कि यात्रा में देवो के देव महादेव भगवान शिव के चरणों में रखे अस्थि कलशों को प्रातः 9 बजे से 10 बजे तक राजनेताओं, धर्मगुरुओं व आम प्रबुद्ध नागरिको से पुष्पांजलि करवाने के बाद हरिद्वार के लिए रवाना होगी, जहां अगले दिन 20 सितंबर शनिवार को दोपहर 1 बजे सभी संग्रहित अस्थि कलशों का सामूहिक विसर्जन 100 किलो दूध की धारा के साथ वैदिक रीति से किया जाएगा। यात्रा संयोजक एवं महामंत्री विजय शर्मा ने बताया कि समिति ने लगातार इस यात्रा के संचालन करते हुए 25 वें सिल्वर जुबली वर्ष में प्रवेश किया है। अभी तक पिछले 24 वर्षों में समिति करीब 1,66,689 (एक लाख छियासठ हजार छह सौ नवासी)अस्थि कलशों का विसर्जन कर चुकी है, जिसमें पाकिस्तान के कराची शहर में एकत्रित करीब 695 (वर्ष 2011 में 135,2016 में 160 और फरवरी 2025 में 400) अस्थि कलश भी शामिल हैं। शर्मा ने बताया कि इस बार करीब 300 श्रद्धालुओं का जत्था यात्रा में शामिल होगा। इन सभी अस्थि कलशों के विसर्जन का साक्षी बनेगा। इस कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर है। जिसमें दीपक गुप्ता, सुमन कुमार गुप्ता, निगम पार्षद मनोज कुमार जिंदल, राजा टक्कर, प्रेरणा मिथुन बर्सले,अमन गुप्ता, मनोज मेंदीरत्ता,बालेश जैन, योगेन्द्र सिंह मान, नमन शर्मा, किरणदीप कौर आदि का विशेष सहयोग रहेगा।