- राज्यपाल ने जनपद कुशीनगर में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को किया लाभान्वित

लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने चिकित्सालयों और हेल्थ सेंटरों में उपलब्ध दवाओं की नियमित जांच करने के निर्देश भी दिए, ताकि मरीजों को समय पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिल सकें। राज्यपाल कुशीनगर में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के लिए आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर 250 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए प्री-स्कूल किट, 50 लाभार्थियों को भू-पट्टा, ओ0डी0ओ0पी0 योजनांतर्गत 50 लाभार्थियों को टूलकिट, 150 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशस्ति पत्र, 200 लाभार्थियों को डिजी शक्ति योजनांतर्गत टेबलेट वितरण, 150 सफाई कर्मियों को स्वच्छता किट तथा 250 लाभार्थियों को आयुष्मान भारत कार्ड वितरित किए गए। राज्यपाल ने कहा कि विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए महिला सशक्तिकरण और बाल विकास पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक रूप से सशक्त बनाना होगा ताकि वे भविष्य में देश की प्रगति में योगदान दे सकें।
उन्होंने स्वच्छता का महत्व बताते हुए कहा कि बचपन से ही बच्चों को स्वच्छता और अनुशासन का पाठ पढ़ाना जरूरी है, जिससे वे इसे अपने जीवन में आत्मसात कर सकें। उन्होंने कहा कि जैसे मजबूत फसल के लिए धरती तैयार करनी पड़ती है, वैसे ही बच्चों को संस्कार और ज्ञान देकर उच्च शिक्षा के लिए तैयार करना चाहिए, ताकि वे देश-विदेश में नाम रोशन कर सकें।
उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों को संसाधनों से सुसज्जित करने के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अध्ययनरत छोटे-छोटे बच्चे ही देश के भविष्य की नींव हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत 2047 के संकल्प को पूरा करने में ये बच्चे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उनके कंधों पर एक सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण की जिम्मेदारी है। राज्यपाल जी ने आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों की प्रतिभा को निखारने पर जोर देते हुए कहा कि उनकी क्षमताओं को पहचान कर उन्हें सही दिशा देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कहा कि बेटा हो या बेटी, बिना किसी भेदभाव के सभी बच्चों को शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाया जाना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्रसव अस्पतालों में ही होने चाहिए जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें। उन्होंने बच्चों द्वारा प्रस्तुत स्वच्छता गीत की सराहना करते हुए कहा कि इस संदेश को गली-गली तक पहुंचाकर स्वच्छता अभियान को और प्रभावी बनाया जाए।
उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में 30,000 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों में संसाधन युक्त किटों का वितरण किया जा चुका है, जबकि कुशीनगर जनपद में 250 आंगनबाड़ी केंद्रों को यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही हेल्थ किट भी वितरित की जा रही हैं, जिससे बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके। राज्यपाल जी ने गुजरात के अपने अनुभव साझा करते हुए महिला एवं बाल विकास से जुड़ी योजनाओं को उत्तर प्रदेश में प्रभावी रूप से लागू करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधाओं से लैस कर बच्चों को समग्र विकास का अवसर देना प्राथमिकता होनी चाहिए।
राज्यपाल ने पुलिस अधिकारियों को बॉर्डर एरिया में संदिग्ध गतिविधियों पर सतत नजर बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सतर्कता बेहद आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने जल संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि पूर्वजों की तरह हमें भी भविष्य की पीढ़ी के लिए पानी बचाना चाहिए। उन्होंने जनपद में नशामुक्ति अभियान को व्यापक स्तर पर संचालित करने, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाने पर भी जोर दिया। आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए वितरित हेल्थ किट में शामिल प्रत्येक सामग्री के महत्व को विस्तारपूर्वक समझाया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रिओं से कहा कि बचपन से ही बच्चों को आत्मनिर्भरता की शिक्षा दी जानी चाहिए। इसके लिए आईना-कंघी, सुई-धागा-बटन, नाखून काटने जैसी दैनिक गतिविधियों के माध्यम से उन्हें खुद की देखभाल करना सिखाना आवश्यक है।
राज्यपाल ने कहा कि बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाए, ताकि वे बेहतर स्वास्थ्य और जीवनशैली अपना सकें। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से 9-14 वर्ष की बच्चियों को कैंसर से बचाव के लिए अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगवाने की अपील की। मुसहर समुदाय के लोगों में आवास पट्टा प्रमाण-पत्र वितरण करते हुए उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि मुसहर समुदाय के लोगों में सभी बुनियादी. सुविधाएं दिलाई जाए। ध्यान रहे कि राशन, शौचालय बिजली, आयुष्मान कार्ड की सुविधाएं भी मिलें। शिक्षा के प्रति उन्हें प्रोत्साहित करें।
इसके पूर्व राज्यपाल ने कलेक्ट्रेट प्रांगण में लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टालों का अवलोकन कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। विभिन्न स्टॉलो के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा निपुण भारत मिशन से सम्बन्धित स्टॉल, कृषि विभाग के उर्वरकों के बारे में व फसल सुरक्षा हेतु जागरूकता से सम्बन्धित स्टॉल, उद्यान एवं प्रसंस्करण विभाग के अन्तर्गत हल्दी एवं केले से बने उत्पादो से सम्बन्धित स्टॉल, उ० प्र० राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत नमो ड्रोन दीदी से सम्बन्धित स्टॉल, ओ०डी० ओ०पी० उघोग विभाग अन्तर्गत केले से बने विशिष्ट उत्पाद यथा आचार, जूस, आटा, चिप्स आदि से सम्बन्धित स्टॉल, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टॉल लगाए गए थे।
अवलोकन के दौरान राज्यपाल ने फसल सुरक्षा, हल्दी तथा केले उद्योग के निर्माण व उत्पाद बनाने की प्रक्रिया, नर्सरी में उत्पादित प्रति वर्ष छोटे पौधो की संख्या, ड्रोन दीदी के अन्तर्गत मिलने वाले छिड़काव हेतु ऑर्डर के बारे में जानकारी भी ली। आंगनबाड़ी केन्द्रों यथा भिस्वां, मिसिर पट्टी, सिधुआ स्थान, धूमपट्टी आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सुंदर प्रस्तुति भी की गई। छोटे छोटे बालक बालिकाओं की नाट्य एवं गीत प्रस्तुति ने महामहिम सहित सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों व उपस्थित गणमान्यों का मन मोह लिया। स्वच्छता संदेश के गीत व नाट्य प्रस्तुति की राज्यपाल महोदया, ने अपने आशीवर्चनो में प्रशंसा भी की। साथ ही राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित प्रतियोगिताओं के कुशीनगर क्षेत्र के विजेता विद्यार्थियों कु० जान्हवी एवं कु० श्रेया द्विवेदी ने अपने-अपने निबंध भाषण से विकसित भारत में मातृ शक्ति का योगदान और विकसित भारत के सपने को साकार करने की परिकल्पना को अपने शब्दों के माध्यम से व्यक्त किया।

उन्होंने ओ०डी० ओ०पी० के अन्तर्गत केले से बने विभिन्न उत्पादो की सराहना की तथा रोजगार को बढ़ाने के उददेश्य से मुख्यमंत्री युवा उघमी विकास योजना के अन्तर्गत 5 लाख का प्रतिकात्मक चेक लाभार्थी को वितरण किया। कहा कि एक पौधे से कई चीजे महिलाएं अपने कौशल का प्रयोग विभिन्न उत्पाद बना रही है, उन्हे भी प्रोत्साहित करें। इस अवसर पर जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती गुंजन द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा, जनप्रतिनिधिगण सहित जनपद स्तरीय अधिकारी, कर्मचारीगण तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहे।