
लखनऊ : काकोरी के रहमान खेड़ा केंद्रीय उपोषण बागवानी संस्थान से बुधवार को रेस्क्यू किए गए एक बाघ को दुधवा टाइगर रिजर्व में सुरक्षित छोड़ दिया गया। बाघ को 12 घंटे तक पिंजरे में बंद रखा गया, इसके बाद उसने पिंजरे से बाहर कूदकर दुधवा के जंगलों में कदम रखा। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वन विभाग और विशेषज्ञों ने सावधानीपूर्वक बाघ को पकड़ा और उसे उसके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रूप से पुनः स्थापित किया। यह कदम बाघ की सुरक्षा और स्थानीय वन्यजीवों के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ है।










