
जयपुर : राजस्थान में लगातार बस हादसों की कड़ी में एक और दिल दहला देने वाली दुर्घटना सामने आई है। जयपुर के मनोहरपुर इलाके में हुई इस घटना में बस बिजली के तारों से टकराने के बाद आग के गोले में तब्दील हो गई। हादसे में पिता-पुत्री की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि छह लोग झुलसकर घायल हो गए।
हादसे में जिंदा बचे नूर मोहम्मद ने बताया कि वह अपनी पत्नी सितारा और बेटे अलताफ के साथ बस में सवार था। अचानक एक तेज आवाज के साथ बस में करंट दौड़ गया, और कुछ ही सेकंड में बच्चों और महिलाओं की चीख-पुकार गूंज उठी। नूर मोहम्मद ने कहा — “समझ ही नहीं आया क्या हुआ… चारों तरफ बस अफरा-तफरी मच गई थी।”
उन्होंने बताया कि बस में जिन लोगों ने चप्पलें पहन रखी थीं, वे करंट से बच गए, जबकि नंगे पैर बैठे यात्री हादसे का शिकार हो गए। खुद को बचाने के लिए उन्होंने खिड़की तोड़कर बाहर निकलने में कामयाबी पाई। लेकिन इस हादसे में उनकी पत्नी और बेटे की खबर अब तक नहीं मिल सकी है।
इसी दौरान बस में रखे सिलेंडर फट गए, जिससे आग और भड़क उठी। बस में सवार लोगों के मोबाइल फोन, दस्तावेज और कीमती सामान जलकर राख हो गए।
एमएमएस अस्पताल में भर्ती घायल चंदा के भाई कय्यूम ने बताया कि बस में ज्यादातर मजदूर परिवारों के लोग थे, जो उत्तर प्रदेश से जयपुर ईंट भट्टों पर काम करने आ रहे थे। अधिकतर यात्री आपस में रिश्तेदार भी थे।
यह हादसा जैसलमेर बस दुर्घटना के दो सप्ताह बाद हुआ है। एक बार फिर प्रदेश की सड़कों पर दौड़ रही यह “चलती-फिरती मौत” कई परिवारों को उजाड़ गई। पुलिस और प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है, वहीं घायलों का एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है।











