
नई दिल्ली। चुनाव आयोग इस साल मई से लेकर अबतक मान्यता प्राप्त 5 राष्ट्रीय दल और 17 राज्य स्तरीय दलों से मुलाकात कर चुका है। ये संवाद राजनीतिक दलों को अपने विचार सीधे आयोग तक पहुंचाने का अवसर देते हैं। आयोग ने कहा कि शेष दलों से बातचीत की प्रक्रिया जारी है।
चुनाव आयोग के अनुसार पिछले छह महीनों में चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के साथ रचनात्मक संवाद की लंबे समय से महसूस की जा रही आवश्यकता को पूरा करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। आयोग ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ संरचित ढंग से कई दौर की बैठकें आयोजित कीं, ताकि उनके सुझाव और चिंताएं प्रत्यक्ष रूप से सुनी जा सकें।
मार्च 2025 में आयोजित मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के सम्मेलन में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार तथा चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी की उपस्थिति में इस पहल की रूपरेखा तय की गई थी। इसके बाद पूरे देश में 4,719 बैठकें आयोजित हुईं, जिनमें 40 बैठकें सीईओ, 800 बैठकें जिला निर्वाचन अधिकारियों और 3,879 बैठकें निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों द्वारा की गईं। इन संवादों में लगभग 28 हजार प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आयोग का कहना है कि यह नई पहल आयोग की उस दृष्टि को मजबूत करती है जिसके अंतर्गत सभी हितधारकों को शामिल करते हुए पारदर्शी, समावेशी और सशक्त निर्वाचन प्रक्रिया विकसित करना है। पूर्व की पद्धति के विपरीत अब ये संवाद केवल राजनीतिक दलों के आग्रह पर नहीं, बल्कि आयोग की पहल पर भी आयोजित हो रहे हैं। इस कदम से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वास और अधिक सुदृढ़ होने की संभावना है।