
Amarnath Yatra 2025 : प्रसिद्ध तीर्थस्थल अमरनाथ यात्रा की अवधि में लगातार कम होती जा रही है। पिछले कई सालों से अमरनाथ यात्रा के दिनों की अवधि में कमी देखने को मिल रही है। पहले 45 दिनों तक चलती थी यात्रा अब केवल 20-22 दिनों में ही यात्रा बंद हो जा रही।
क्या है अमरनाथ यात्रा?
अमरनाथ यात्रा जम्मू-कश्मीर प्रदेश में स्थित अमरनाथ गुफा तक पहुंचने की धार्मिक यात्रा है। अमरनाथ यात्रा भगवान शिव का प्रतीक है जहां प्राकृतिक बर्फ शिवलिंग के रुप में भगवान दर्शन देते हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेते हैं, जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक तीर्थ माना जाता है।
मगर कुछ सालों से अमरनाथ यात्रा की अवधि में धीरे-धीरे कमी देखी जा रही है। खासकर कोरोना के बाद से लगातार यात्रा की अवधि छोटी होती जा रही है। इसका सीधा अर्थ ये है कि हर साल शिवलिंग जल्दी पिघल जा रही है।
पिछले कुछ सालों में अमरनाथ यात्रा की अवधि में आई कमी
2024 – 52 दिन
2023 – 62 दिन
2022 – 43 दिन
2021 – 56 दिन
2020 – 15 दिन
2019 – 46 दिन
2018 – 60 दिन
2017 – 40 दिन
यात्रा की अवधि क्यों कम हो रही है?
पिछले कुछ वर्षों में, अमरनाथ यात्रा की अवधि में लगातार कमी देखी जा रही है। पहले यह यात्रा लगभग 45 दिनों तक चलती थी, जिसमें श्रद्धालु पूरे मनोयोग से दर्शन और पूजा कर सकते थे। लेकिन अब यह केवल 20-22 दिनों की अवधि में ही समाप्त हो जाती है। इसके मुख्य कारण हैं।
- बर्फबारी और मौसम में हो रहे बदलावों के कारण अमरनाथ गुफा तक पहुंचने का रास्ता और वातावरण अक्सर कठिन हो जाता है। तेजी से बदलते मौसम, बर्फबारी की अनियमितता और तापमान में उतार-चढ़ाव यात्रा के लिए खतरनाक हो रहा है। इससे सुरक्षा की दृष्टि से यात्रा की अवधि सीमित करनी पड़ रही है।
- पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद और सुरक्षा के मद्देनजर यात्रा की अवधि को सीमित किया गया है। घाटी में सुरक्षा बलों की निगरानी और निगरानी व्यवस्था के कारण यात्रा के लिए तय समय सीमा तय की जाती है। इससे श्रद्धालुओं को अधिक दिनों तक यात्रा करने की सुविधा नहीं मिल पाती।
- सरकार और संबंधित प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि यात्रा की अवधि को सीमित किया जाए ताकि भीड़-भाड़, ट्रैफिक जाम, और आपदा की संभावना को कम किया जा सके। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, कम दिनों में ही यात्रा का आयोजन किया जाता है।